CG Cricket News: छत्तीसगढ़ के लिए बड़ी उपलब्धि है। अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में पहली बार CG से किसी को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ (CSCS) के उपाध्यक्ष डॉ. प्रमोद शंकर शर्मा को भारत और न्यूजीलैंड के बीच चल रहे टेस्ट क्रिकेट में बतौर ऑब्जर्वर बनाया है। डॉ. शर्मा ने देश को एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के साथ 30 से ज्यादा रणजी खिलाड़ी दिए हैं। डॉ. प्रमोद शंकर शर्मा कौन हैं? क्रिकेट की दुनिया से कैसे जुड़े? BCCI ने शर्मा को यह जिम्मेदारी क्यों सौंपी? आइए जानते हैं शर्मा की उपलब्धि के पीछे की दिलचस्प कहानी...।

जानें क्रिकेट की दुनिया में कैसे आए प्रमोद शर्मा 
डॉ. प्रमोद शंकर शर्मा का जन्म 1960 में यूपी के कानपुर में हुआ। माता-पिता सरकार जॉब में थे। लगातार ट्रांसफर होने के कारण शर्मा की स्कूल एजुकेशन अलग-अलग जिलों में हुई। आगरा कॉलेज में पढ़ाई के दौरान क्रिकेट खेलना शुरू किया। खेल के प्रति लगाव इस कदर थी ​कि पढ़ाई प्रभावित होने लगी। कॉलेज स्तर पर कई टूर्नामेंट खेले। पढ़ाई में काफी होशियार होने की वजह से पिता को चिंता सता रही थी कि कहीं खेल के चक्कर में पढ़ाई न खराब हो जाए। पिता के कहने पर क्रिकेट से दूरी बना ली।

पिता के कहने पर क्रिकेट से हो गए थे दूर 
पिता के कहने पर क्रिकेट से दूर तो हो गए लेकिन दिल में बसा जुनून खत्म नहीं हुआ। पढ़ाई की दम पर शर्मा प्रोफेसर बन गए। इसके बाद क्रिकेट से फिर जुड़ गए। 1982 में बतौर शिक्षक भिलाई के कल्याण कॉलेज में नौकरी की शुरुआत की। यहां से बतौर प्रोफेसर शर्मा ने बच्चों और खिलाड़ियों का भविष्य संवारना शुरू किया। 1983 में पहली बार कॉलेज की टीम तैयार की। अगले साल ही 1984 में टीम ने पहली बार चैंपियन का खिताब जीता। इसके बाद लगातार कॉलेज के खिलाड़ियों को बड़े मैचों के लिए तैयार करने का सिललिसा जारी रहा।

छत्तीसगढ़ में तैयार की क्रिकेट की नई नींव 
डॉ. प्रमोद शर्मा ने छत्तीसगढ़ में क्रिकेट की नई नींव तैयार की। कॉलेज में कॉमर्स की पढ़ाई करवाने के साथ-साथ उन्होंने ​राज्य से क्रिकेट प्रतिभाओं को उभारने का भी काम किया। 20 सालों तक रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर में क्रिकेट टीम के चयनकर्ता थे। एक वक्त ऐसा भी था जब देश की 182 यूनिवर्सिटी में विवि की टीम बेस्ट-2 की सूची में शामिल थी।

अंतरराष्ट्रीय और 30 से ज्यादा रणजी प्लेयर किए तैयार
डॉ. शर्मा ने क्रिकेट की अलख जगाने कॉलेज से ही बेस्ट खिलाड़ियों को तराशना शुरू किया। 42 साल के करियर में डॉ. शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजेश चौहान जैसी प्रतिभा देश को दी। साथ ही टी.पी सुधींद्र, जतिन सक्सेना सहित कई बड़े खिलाड़ियों को भी डॉ. शर्मा ने तराशा। बता दें कि शर्मा  35 से 40 रणजी और 40 से ज्यादा विजी खिलाड़ी देश को दे चुके हैं। शर्मा ने आईपीएल को भी कई खिलाड़ी दिए हैं। शर्मा की इन उपलब्धियों को देखते हुए BCCI ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट ऑब्जर्वर बनाया है।