IPL 2025 MS Dhoni: चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2025 के लिए महेंद्र सिंह धोनी अनकैप्ड प्लेयर के रूप में टीम में बरकरार रखना चाहती है। इसके लिए फ्रेंचाइजी लीग में पुराने नियम को वापस लागू कराना चाहती है। बुधवार को मुंबई में आईपीएल और 10 फ्रेंचाइजी के बीच बैठक हुई। इसमें सीएसके ने पुराने नियम को फिर से आईपीएल में लागू करने की मांग की है। इस नियम के मुताबिक, अगर कोई खिलाड़ी 5 या उससे अधिक साल के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेता है तो उसे अनकैप्ड खिलाड़ी की श्रेणी में रखा जाएगा। यह नियम साल 2008 में उद्घाटन संस्करण से 2021 तक अस्तित्व में था। सूत्रों के मुताबिक, चेन्नई के अलावा अधिकतर फ्रेंचाइजी इस नियम को फिर से लागू करने के पक्ष में नहीं दिखीं। 

धोनी ने 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। मेगा ऑक्शन से पहले चेन्नई ने आईपीएल 2022 में मेगा ऑक्शन से पहले धोनी और जडेजा को को 12 करोड़ रुपए में रिटेन किया था। तब अनकैप्ड प्लेयर की कीमत सिर्फ 4 करोड़ रुपए थी। चेन्नई धोनी को अनकैप्ड रूल से टीम में एंट्री दिलाना चाहती है। हालांकि कई अन्य टीमें रिटारयर्ड खिलाड़ियों को अनकैप्ड का दर्जा देने के पक्ष में नहीं हैं। 
 
...रिटायर्ड खिलाड़ी की बेइज्जती होगी
सनराइजर्स हैदराबाद की मालकिन काव्या मारन ने बैठक में कहा कि रिटारयर्ड प्लेयर को अनकैप्ड प्लेयर के रूप में टीम में शामिल करना उनकी बेइज्जती होगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप दूसरे किसी अनकैप्ड खिलाड़ी से अधिक पैसा मिलेगा तो इससे गलत परंपरा शुरू हो जाएगी। काव्या मारन ने सुझाव दिया कि रिटायर्ड खिलाड़ियों को नीलामी का हिस्सा बनाया जाए। इससे बाजार में उनको सही कीमत मिलेगी। बैठक में चेन्नई के अलावा किसी भी फ्रेंचाइजी ने अनकैप्ड प्लेयर रूल्स को सपोर्ट नहीं किया। 

बड़ा सवाल धोनी आगे खेलेंगे? 
हालांकि, धोनी अगले साल 2025 आईपीएल खेलेंगे या नहीं, यह कहना मुश्किल है। 2023 में उनकी घुटने की सर्जरी हुई थी। इसके बाद 2024 सीजन में चेन्नई की कप्तानी ऋतुराज गायकवाड़ को सौंप दी गई थी। हाल ही में एक कार्यक्रम में धोनी ने कहा कि वह और सीएसके 2025 सीजन खेलने पर निर्णय लेने से पहले प्लेयर रिटेंशन रूल्स को अंतिम रूप दिए जाने का इंतजार करेंगे।

रिटायर्ड खिलाड़ियों का बेस प्राइज कम होगा?  
वहीं, टीमों के मालिक इस बात सहमत हुए कि जिन भारतीय खिलाड़ियों ने 5 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है, उन्हें नीलामी में अपना बेस प्राइज कम करने की अनुमति दी जानी चाहिए। यह सुझाव आईपीएल के मुख्य परिचालन अधिकारी ने दिया। कम बेस प्राइज होने से ऐसे खिलाड़ियों की नीलामी में खरीदी होने की संभावना बढ़ जाएगी। 

एक फ्रेंचाइजी प्रमुख ने कहा कि जिन कैप्ड भारतीयों ने कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं, उन्हें उच्च आधार मूल्य पर नीलामी में प्रवेश करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, इसलिए एक से अधिक बार बोली लगाने के लिए उनके नाम आने के बावजूद वे नहीं बिके।