नई दिल्ली: आज ही के दिन 1993 में पर्थ के मैदान पर एक गेंदबाज ने अपने प्रदर्शन से खलबली मचा दी थी। मामला ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच 5वें टेस्ट से जुड़ा हुआ है। इस मैच में वेस्टइंडीज के 5 फुट 7 इंच के गेंदबाज ने 32 बॉल के अपने स्पैल में 7 विकेट चटकाए थे। इस दौरान कैरेबियाई गेंदबाज ने सिर्फ 1 रन खर्च किया था। उस दिन इतिहास के पन्नों पर अपना नाम दर्ज कराने वाले इस गेंदबाज का नाम कर्टनी एम्ब्रोस है। इस गेंदबाज की रफ्तार से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों में दहशत थी।
ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग ऑर्डर पर कहर बनकर टूटे कर्टनी
1992-93 में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। इस दौरे पर दोनों टीमों के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी। पर्थ में खेले गए सीरीज के आखिरी टेस्ट में कंगारू टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी थी। टीम की शुरुआत औसत रही थी और स्कोर बोर्ड पर 2 विकेट के नुकसान पर 85 रन लग चुके थे। मेजबान टीम के बल्लेबाजों पर लगाम लगाने के लिए कैरेबियाई कप्तान रिची रिचर्डसन ने गेंद कर्टनी एम्ब्रोस के हाथों में थमा दी। इसके बाद अगली 32 गेंदों में जो हुआ, वह इतिहास बन गया।
कर्टनी ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग ऑर्डर पर कहर बनकर टूटे और उन्होंने मात्र 1 रन देकर 7 कंगारू बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। नतीजा ये हुआ कि 85 रन पर 2 विकेट खोकर ठीक-ठाक स्थिति में नजर आ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम 119 रन पर सिमट गई।
दूसरी पारी में कर्टनी ने लिए थे 2 विकेट
एम्ब्रोस की आग उगलती गेंदबाजी के समक्ष कंगारू बल्लेबाजों ने आत्मसमर्पण कर दिया और पूरी टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 119 रन बनाए, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज टीम ने पहली पारी में 322 स्कोर किया। इसके बाद दूसरी पारी में भी कंगारू टीम बड़ा स्कोर नहीं बना सकी और 178 रन पर सिमट गई। दूसरी पारी में वेस्टइंडीज की ओर से इयान बिशप का कहर देखने को मिला। उन्होंने 16 ओवर में 40 रन देकर 6 सफलताएं प्राप्त कीं। इसके अलावा कर्टनी एम्ब्रोस ने दूसरी इनिंग में दो विकेट अपनी झोली में डाले। वेस्टइंडीज ने यह मुकाबला पारी और 25 रन से जीता था।