India Women vs South Africa women test: रोहित शर्मा की टीम इंडिया को टी20 विश्व कप के फाइनल में आज (शनिवार) को साउथ अफ्रीका से दो-दो हाथ करने हैं। उस महामुकाबले से पहले ही हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण  अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में खेले जा रहे टेस्ट में इतिहास रच दिया। चेपॉक में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट में भारत ने अपनी पहली पारी 6 विकेट पर 603 रन के स्कोर पर घोषित की। महिला टेस्ट के 90 साल के इतिहास में ऐसी पहली बार हुआ है, जब किसी टीम ने एक पारी में 600 रन का आंकड़ा पार किया है। 

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया का इसी साल पर्थ में बनाए 575/9 रन से स्कोर को तोड़ा है। दुर्भाग्य से दोनों ही दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों की जमकर धुनाई हुई और इस साल टेस्ट मैचों में अब तक उसने दो पारियों में 1178 रन दिए हैं। यह टेस्ट क्रिकेट में भारत का पहले दिन का सर्वोच्च स्कोर था, जब उन्होंने 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ टॉन्टन में बनाए गए 467 रन के स्कोर को पार किया था।

भारत की पहली पारी में दो रिकॉर्डतोड़ वाली साझेदारी भी हुईं। पहले दिन 292 रनों की ओपनिंग साझेदारी के साथ, स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने भारत के लिए महिला टेस्ट में पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया, और इस प्रारूप में किसी भी टीम द्वारा किसी भी विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी भी की। दूसरे दिन, हरमनप्रीत और ऋचा घोष की बारी थी, इस जोड़ी ने पांचवें विकेट के लिए 143 रन बनाए, जो एक बार फिर महिला टेस्ट में सबसे अधिक है। इस साल टेस्ट में दोनों ने दो पारियों में 78 रन बनाए हैं।

इस टेस्ट के पहले दिन यानी शुक्रवार को, अपनी शानदार 205 रन की पारी के साथ, शेफाली वर्मा मिथाली राज के बाद महिला टेस्ट में दोहरा शतक बनाने वाली दूसरी भारतीय बनी थीं। 20 वर्षीय शेफाली यह उपलब्धि हासिल करने वाली मिथाली के बाद दूसरी सबसे कम उम्र की खिलाड़ी भी बन हैं।पूर्व कप्तान ने 19 साल की उम्र में 214 रन की पारी खेली थी।

194 गेंदों पर दोहरा शतक पूरा करते हुए, शेफाली वर्मा ने महिला टेस्ट मैचों में सबसे तेज दोहरा शतक का रिकॉर्ड तोड़ा था। उन्होंने इस साल की शुरुआत में एनाबेल सदरलैंड द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को धराशायी कर दिया था। 

भारत के पहली पारी में 603/6 के स्कोर पर पारी घोषित करने के जवाब में साउथ अफ्रीका ने दूसरे दिन लंच तक बिना विकेट गंवाए 31 रन बनाए थे।