नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका के अधिकतर धाकड़ क्रिकेटर से उलट, डेविड बेडिंघम की पहली प्राथमिकता टेस्ट क्रिकेट खेलना है। वो फिलहाल, भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही साउथ अफ्रीकी टीम का हिस्सा है। उन्हें न्यूजीलैंड के दौरे के लिए चुनी गई साउथ अफ्रीकी टीम में भी रखा गया है। बेडिंघम ने सेंचुरियन टेस्ट में 56 रन की पारी खेली थी। 

बेडिंघम ने भारत के खिलाफ केपटाउन टेस्ट से पहले कहा, "मैंने SA20 के ड्राफ्ट से अपना नाम वापस ले लिया ताकि मैं न्यूजीलैंड में खेल सकूं। कोच ने भी मुझे फोन करके ऐसा ही कहा था। जब मैंने ये सुना कि SA20 में हिस्सा ले रहा कोई खिलाड़ी न्यूजीलैंड दौरे पर नहीं जाएगा तो मैंने ये मान लिया कि मेरे खेलने की संभावना काफी ज्यादा है। इसलिए मेरे मन में कोई दूसरा विचार नहीं आया और मैंने कह दिया कि मैं SA20 का हिस्सा नहीं बनूंगा। क्योंकि मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलना था।"

​जब बेडिंघम से ये पूछा गया कि क्या टी20 में उन्हें लुभाता है? उन्होंने कहा, ''मुझे टेस्ट क्रिकेट देखना हमेशा से पसंद रहा है, इसलिए मैं इसे बोनस के रूप में देखता हूं। अगर ये बातें सामने आती हैं, तो मेरी प्राथमिकता टेस्ट और फर्स्ट क्लास क्रिकेट है। न्यूलैंड्स में शतक बनाना सबसे बड़ा सपना है।" पिछले हफ्ते सेंचुरियन में भारत के खिलाफ शानदार टेस्ट डेब्यू से पहले बेडिंघम ने काउंटी क्रिकेट में डरहम के लिए 89 मैच में 6000 से अधिक रन बनाए हैं।

बेडिंघम 2012-13 में साउथ अफ्रीका की अंडर-19 टीम की तरफ से खेले हैं और उन्हें साउथ अफ्रीका के सबसे बेहतरीन युवा बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। लेकिन, एक कार हादसे ने उनके करियर पर ब्रेक लगा दिया था। हालांकि, उन्होंने वापसी की और अब साउथ अफ्रीका की टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की करने की कोशिशों में जुटे हैं।