नई दिल्ली। क्रिकेट में भाई-भाई के एक साथ खेलने के तो अपने कई किस्से सुने होंगे। लेकिन, चाचा-भतीजे एकसाथ खेले, ऐसी कहानी कम ही सुनने और देखने को मिलती है। लेकिन, अफगानिस्तान और श्रीलंका के बीच कोलंबो में खेले जा रहे इकलौते टेस्ट में ऐसा ही कुछ हुआ है। इस मुकाबले में 22 साल के भतीजे ने अपने 35 साल के चाचा का टेस्ट डेब्यू कराया है। दिलचस्प बात ये है कि चाचा-भतीजे की इस जोड़ी ने पहले ही टेस्ट पारी में शतकीय साझेदारी कर कमाल कर दिया है। 

यहां बात हो रही है अफगानिस्तान के सलामी बल्लेबाज इब्राहिम जादरान और नूर अली जादरान की। इब्राहिम ने श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो टेस्ट में अपने चाचा नूर अली को डेब्यू कैप सौंपी। इब्राहिम ने कम वक्त में ही इंटरनेशनल क्रिकेट में पावर हिटर के रूप में अपनी पहचान बुलंद की है। वो टी20, वनडे में अपना लोहा मनवा चुके हैं। उन्होंने हाल ही में भारत के खिलाफ टी20 सीरीज में भी अफगानिस्तान टीम की कमान संभाली थी। लेकिन, उनके चाचा नूर अली जादरान को 35 साल की उम्र में टेस्ट डेब्यू का मौका मिला है। 

भतीजे ने कराया चाचा का टेस्ट डेब्यू
ऐसा नहीं है कि नूर जादरान ने इससे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला है। वो 15 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं। लेकिन, टेस्ट डेब्यू का मौका अब मिला। टेस्ट डेब्यू से पहले नूर अली अफगानिस्तान के लिए 51 वनडे में 1216 रन बना चुके हैं। उन्होंने वनडे में एक शतक भी जमाया है। वहीं, 23 टी20 में उन्होंने 597 रन बनाए हैं। 

चाचा डेब्यू टेस्ट में फिफ्टी लगाने से चूके
श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो टेस्ट में इस चाचा-भतीजे की जोड़ी ने अफगानिस्तान के लिए ओपनिंग भी की। पहली पारी में ये जोड़ी एक भी रन नहीं जोड़ पाई थी। लेकिन, दूसरी में चाचा-भतीजे की जोड़ी हिट रही।

इब्राहिम जादरान और नूर अली के बीच पहले विकेट के लिए 106 रन की अहम साझेदारी हुई। नूर अली भले ही अर्धशतक से चूक गए लेकिन उनके भतीजे इब्राहिम ने जरूर अपनी फिफ्टी पूरी की। नूर अली अपने डेब्यू टेस्ट की दूसरी पारी में 47 रन बनाकर आउट हुए।