ICC Sanctions on Cape Town Pitch : भारत और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन में खेले गए दूसरे टेस्ट की पिच को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने 'असंतोषजनक' रेटिंग दी है। ये टेस्ट मैच महज दो दिन में ही खत्म हो गया था। ये टेस्ट इतिहास का सबसे छोटा मुकाबला था। ये टेस्ट मैच केवल 642 गेंद में ही खत्म हो गया था। दो दिन के भीतर 33 विकेट गिरे थे। साउथ अफ्रीका की टीम दो बार ऑल आउट हुई थी जबकि भारत ने 79 रन के लक्ष्य को 3 विकेट पर हासिल कर लिया था। 

यह फैसला आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रोसेस के तहत आया है, जिसमें मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने न्यूलैंड्स (केपटाउन) के विकेट के नेचर को लेकर चिंता जताई है। दूसरे टेस्ट को जीतने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने भी केपटाउन की पिच की काफी आलोचना की थी और उन्होंने कहा था कि अगर यही टेस्ट मैच भारत में दो दिन में खत्म हो जाता तो काफी हो-हल्ला मचता और इस पर हर जगह बहस होती। 

CSA के पास 14 दिन की मोहलत
मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड ने कहा, ''न्यूलैंड्स की पिच पर बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल था। पूरे मैच के दौरान गेंद तेजी से और कभी-कभी खतरनाक तरीके से उछली, जिससे शॉट खेलना मुश्किल हो गया था। कई बल्लेबाजों के दस्तानों पर गेंद लगी और अजीब उछाल के कारण विकेट भी गिरे थे।" आईसीसी के इस फैसले के खिलाफ क्रिकेट साउथ अफ्रीका के पास अपील करने के लिए 14 दिन का वक्त होगा। 

कैसे वेन्यू को मिलते हैं डिमेरिट अंक?
आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रोसेस के मुताबिक, अगर किसी पिच या आउटफील्ड को घटिया या असंतोषजनक माना जाता है, तो उसे डिमेरिट अंक दिए जाते हैं। एक डिमेरिट अंक उस वेन्यू को दिया जाता है, जिसकी पिच और आउटफील्ड को मैच रेफरी ने असंतोषजनक माना है।

अगर किसी वेन्यू के खाते में 6 डिमेरिट अंक जुड़ जाते हैं, तो उसे 12 महीने के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से निलंबित कर दिया जाता है। 12 डिमेरिट अंक के मामले में प्रतिबंध दोगुना होकर 24 महीने या दो साल का हो जाता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डिमेरिट अंक का एक तय समय है। ये 5 साल बाद खत्म हो जाते हैं। 

आईसीसी पिचों को 5 आधार पर रेटिंग करता है। इसमें बहुत अच्छा, अच्छा, औसत, औसत से नीचे, खराब और अनुपयुक्त होती है।