नई दिल्ली। टीम इंडिया की नजर केपटाउन में साउथ अफ्रीका से टेस्ट सीरीज बराबर करने पर होगी। कप्तान रोहित शर्मा के सामने भी कई सवाल होंगे, वक्त रहते जिनके जवाब उन्हें ढूंढने होंगे।
सेंचुरियन टेस्ट में मेजबान साउथ अफ्रीका से हार के बाद रोहित को केपटाउन टेस्ट के लिए ऐसे गेंदबाजों को चुनना होगा, जो इस इम्तिहान में टीम इंडिया के काम सके। साथ ही साउथ अफ्रीकन पेस अटैक का सामना करने वाला बैटिंग लाइन अप भी फाइनल करना होगा।
जडेजा का होगा कमबैक
अच्छी बात ये है कि ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा इस टेस्ट से कमबैक करेंगे। इससे निचले क्रम में भारत की बल्लेबाजी मजबूत होगी। साथ ही गेंदबाजी में भी वो टीम के काम आएंगे। हालांकि, रोहित के लिए सबसे अहम फैसला होगा तीसरे और चौथे तेज गेंदबाज का सेलेक्शन
प्रसिद्ध-शार्दुल में से कौन खेलेगा?
प्रसिद्ध कृष्णा, शार्दुल ठाकुर का प्रदर्शन सेंचुरियन टेस्ट में फीका रहा था। इसके बाद से ही दोनों पर सवाल उठ रहे हैं। प्रसिद्ध के पास टेस्ट का अनुभव नहीं है। वहीं, शार्दुल भी अपनी ऑलराउंड क्षमता नहीं दिखा पा रहे हैं।
बल्लेबाजी भी टीम इंडिया की कमजोर कड़ी
बल्लेबाजी को लेकर भी टीम इंडिया परेशान है। टॉप ऑर्डर बैटर यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर शॉर्ट गेंदों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में भारत को बैटिंग में गहराई की जरूरत होगी। शार्दुल को शामिल करने से कागज पर तो भारत की बैटिंग मजबूत हो जाएगी। लेकिन, हकीकत में ऐसा होता नहीं दिख रहा।
WTC के लिहाज से केपटाउन टेस्ट
भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की मौजूदा साइकिल में 1 टेस्ट जीता था। इसके अलावा एक मुकाबला ड्रा रहा है और एक में हार मिली है। ऐसे में टीम इंडिया केपटाउन टेस्ट को जीतना चाहेगी। हालांकि, केपटाउन में टीम इंडिया का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। भारत ने यहां खेले 6 में से 4 टेस्ट गंवाए हैं। बाकी 2 ड्रॉ रहे हैं।
केपटाउन टेस्ट में टॉस अहम होगा
न्यूलैंड्स टेस्ट में टॉस की भूमिका अहम रहेगी। यहां की पिच पर बैटिंग करना सेंचुरियन के मुकाबले आसान होगा। वहीं, स्पिन गेंदबाजों को भी पिच से थोड़ी मदद मिलती है। रवींद्र जडेजा अगर टीम में आए तो फिर आर अश्विन को बाहर बैठना पड़ सकता है।
वहीं, रोहित शर्मा को ये फैसला भी करना होगा कि इस टेस्ट में मुकेश कुमार या आवेश खान में से किसी को मौका दें या फिर बल्लेबाजी को मजबूत करने पर ध्यान दें। उनका खुद का फॉर्म भी खराब है। ऐसे में वो केपटाउन टेस्ट में इसे भी दुरुस्त करना चाहेंगे।