नई दिल्ली। भारत ने तीन दिन में ही इंग्लैंड को धर्मशाला में खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट में पारी और 64 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारत ने 5 टेस्ट की सीरीज 4-1 से जीत ली। भारत हैदराबाद में खेला गया सीरीज का पहला टेस्ट हार गया था। इसके बाद रोहित एंड कंपनी ने दमदार वापसी की और इंग्लैंड के बैजबॉल की हवा निकाल दी। भारत ने वाइजैग, राजकोट, रांची के बाद अब धर्मशाला टेस्ट में जीत हासिल की। भारत को धर्मशाला टेस्ट में जीत दिलाने में 5 खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा।
भारत ने पहले दिन ही धर्मशाला टेस्ट में अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी। इंग्लैंड पहली पारी में ही 218 रन पर ऑल आउट हो गया था। इंग्लैंड को सस्ते में समेटेने में दो गेंदबाजों का अहम योगदान रहा था। एक कुलदीप यादव और दूसरे आर अश्विन। कुलदीप ने पहली पारी में 5 और अश्विन ने 4 विकेट लिए। इस दौरान कुलदीप ने टेस्ट में अपने 50 विकेट भी पूरे किए। वहीं, अश्विन ने अपने 100वें टेस्ट में कमाल की गेंदबाजी की।
रोहित-गिल जीत के हीरो
गेंदबाजों के बाद अब भारी बल्लेबाजों की थी। यशस्वी जायसवाल के आउट होने के बाद रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पहली पारी में जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की और दोनों ने ताबड़तोड़ अंदाज में शतक ठोके। रोहित-गिल के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई 171 रन की साझेदारी ने भारत को इस टेस्ट में ड्राइविंग सीट पर ला दिया। गिल 110 और रोहित 103 रन बनाकर आउट हुए। रोहित और गिल का ये इस सीरीज का दूसरा शतक था।
डेब्यूटेंट पडिक्कल ने भी दिखाया दम
इसके बाद डेब्यूटेंट देवदत्त पडिक्कल ने भी मिले मौके को पूरी तरह भुनाया और पहले ही टेस्ट में फिफ्टी ठोक डाली। सरफराज खान ने भी अच्छी बल्लेबाजी की अर्धशतक ठोक भारत को 470 रन के पार पहुंचाया।
अश्विन ने 100वें टेस्ट में 9 विकेट झटके
पहली पारी में चमकने वाले अश्विन ने दूसरी पारी में भी अपनी फिरकी की धुन पर अंग्रेजों को जमकर नचाया और इंग्लैंड के पहले गिरे तीनों विकेट उन्होंने ही लिए। शुरुआती झटकों से इंग्लैंड की टीम संभल ही नहीं पाई और पूरी टीम भारत के 259 रन की लीड को पाट नहीं पाई और 195 रन पर ढेर हो गई। इस तरह भारत ने पारी और 64 रन से मैच जीता। अश्विन ने बेन फोक्स को बोल्ड कर 36वीं बार टेस्ट की एक पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा किया।
अश्विन ने जैक क्रॉली,ओली पॉप,बेन डकेट,बेन स्टोक्स और बेन फोक्स का शिकार किया।