नई दिल्ली। भारत की बेटियों ने टेस्ट क्रिकेट में इतिहास रच दिया। इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में खेले गए इकलौते टेस्ट को भारत ने 347 रन के बड़े अंतर से जीता। ये महिला टेस्ट के इतिहास में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले श्रीलंका की महिला टीम ने पाकिस्तान को 1998 में 309 रन से रौंदा था।
ये घर में भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम की इंग्लैंड पर पहली टेस्ट जीत है। भारत की जीत में स्पिनर दीप्ति शर्मा का अहम योगदान रहा। उन्होंने मैच में कुल 9 विकेट झटके। भारतीय महिला क्रिकेट टीम को 9 साल बाद टेस्ट में जीत मिली है। इस अवधि में भारत ने 2 ही टेस्ट खेले थे, जो ड्रॉ रहे थे।
भारत ने 186/6 के स्कोर पर दूसरी पारी घोषित की
भारतीय टीम ने दूसरे दिन स्टम्प के वक्त अपनी दूसरी पारी में 6 विकेट पर 186 रन बना लिए थे। टेस्ट के तीसरे दिन यानी शनिवार को भारत ने बल्लेबाजी नहीं करने का फैसला लिया और पारी घोषित कर दी थी। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर 44 रन पर नाबाद लौटीं।
इंग्लैंड को 479 रन का टारगेट मिला था
इससे पहले, भारत ने पहली पारी में 428 रन बनाने के बाद इंग्लैंड को 136 रन पर ऑल आउट कर दिया था। ऐसे में भारत को पहली पारी के आधार पर 292 रन की बढ़त मिली थी। भारतीय टीम ने दूसरी पारी 6 विकेट पर 186 रन पर घोषित की थी।
इस तरह इंग्लैंड की टीम को 479 रन का टारगेट मिला था, जिसका पीछा करते हुए वो 131 रन पर ढेर हो गई। भारत के लिए ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा ने 4 जबकि तेज गेंदबाज पूजा वस्त्राकर ने 3 विकेट झटके।
दीप्ति शर्मा ने दूसरी पारी में 4 शिकार किए
दूसरी पारी में इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी रही थी। टैमी ब्यूमोंट और सोफिया डंकले ने शुरुआती ओवर में संभलकर बल्लेबाजी की थी। लेकिन सातवें ओवर में रेणुका ठाकुर ने ब्यूमोंट को क्लीन बोल्ड कर दिया था। तब टीम का स्कोर 27 रन था। 14वें ओवर तक इंग्लैंड ने तीन और विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद तो इंग्लिश टीम वापसी नहीं कर पाई और पूरी टीम 27.3 ओवर में 131 रन पर ऑल आउट हो गई।
पहली पारी में 5 विकेट लेने वालीं दीप्ति शर्मा ने दूसरी पारी में भी 32 रन देकर 4 शिकार किए। वहीं, पूजा वस्त्रकार ने भी 23 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। 9 विकेट लेने के लिए दीप्ति को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।