नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि आक्रामक क्रिकेट खेलना टीम के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ है और उन्हें लगता है कि ‘साहसिक क्रिकेट’ खेलना और ‘साहसिक फैसले’ लेना पिछले सात सालों में टीम के अच्छे प्रदर्शन का नतीजा है।
स्टार स्पोर्ट्स पर हरमनप्रीत ने कहा, "पिछले 7-8 सालों में हमारी टीम का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। इससे पहले भी हम क्रिकेट खेलते थे, लेकिन हम इतने टूर्नामेंट नहीं जीत पाए और हम इतना प्रभावशाली क्रिकेट नहीं खेल पाए। इसलिए हम हमेशा चर्चा करते हैं कि अगर दो विकल्प हैं, तो हम हमेशा आक्रामक विकल्प चुनेंगे।"
हरमनप्रीत ने आगे कहा, "पहले ऐसा लगता था कि हम थोड़ा डरा हुआ क्रिकेट खेल रहे हैं। जब चीजें हमारी योजना के अनुसार नहीं होती थीं, तो हम बहुत जल्दी डर जाते थे, लेकिन अब हम थोड़ा साहसी क्रिकेट खेलते हैं, इसलिए हम साहसी फैसले लेते हैं। समय के साथ, हमने अपने प्रदर्शन के जरिए लोगों को स्टेडियम आने पर मजबूर कर दिया है।"
हरमनप्रीत ने कहा कि क्रिकेट ने उन्हें वह सब कुछ दिया है, जिसका उन्होंने बचपन में सपना देखा था, उन्होंने इस खेल को भगवान के समान बताया।
35 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, "मुझे लगता है कि क्रिकेट मेरे लिए सबकुछ है। क्रिकेट के बिना, मुझे नहीं लगता कि मैं कुछ भी कर सकती। क्रिकेट ने मुझे जो नाम दिया है, वह कोई और क्षेत्र मुझे नहीं दे सकता था। इसलिए मुझे लगता है कि मेरे लिए क्रिकेट भगवान की तरह है। मैंने बचपन में जो भी सपना देखा था, खेलते समय जो भी सपना देखा था, वह सब मुझे क्रिकेट ने दिया है।" वर्तमान में, हरमनप्रीत श्रीलंका में 2024 महिला एशिया कप टी 20 में भारत का नेतृत्व कर रही हैं, जहां वे गत चैंपियन हैं।