नई दिल्ली। खेल की दुनिया में भावनाओं का उतार-चढ़ाव अक्सर देखने को मिलता है। ऐसा ही कुछ भारत और इंग्लैंड के बीच हैदराबाद में खेले जा रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन जसप्रीत बुमराह के साथ देखने को मिला। ये वाकया इंग्लैंड की दूसरी पारी के 16वें ओवर में घटा। इस ओवर में बुमराह अपनी सटीक लाइन लेंथ से गेंदबाजी कर रहे थे। ऐसा लग रहा था कि विकेट करीब है। तभी बुमराह ने एक अंदर आती गेंद पर बेन डकेट को फंसा लिया। गेंद उनके पिछले पैड पर लगी। इसके बाद बुमराह ने एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपील की। लेकिन, ऑन फील्ड अंपायर ने इसे नॉट आउट करार दे दिया।
कप्तान रोहित शर्मा ने विकेटकीपर केएस भरत के साथ एक बातचीत के बाद DRS नहीं लेने का फैसला लिया क्योंकि उन्हें ये लगा कि गेंद लेग स्टम्प से बाहर जा रही थी। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। ओवर के बाद जब खिलाड़ी छोर बदलने के दौरान बिग स्क्रीन पर नजरें गड़ाए थे, तो रीप्ले में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
बुमराह की गेंद, जिसे रोहित और भरत ने सोचा था कि वो लेग स्टंप मिस कर रही है, वास्तव में, विकेट से सीधे टकरा रही थी। यह देख जसप्रीत थोड़ा मायूस नजर आए। उनका रिएक्शन ये बता रहा था कि वह डीआरएस ना लेने के कारण नाराज हैं। इस एक फैसले से अच्छी बल्लेबाजी कर रहे डकेट को जीवनदान मिल गया।
डकेट ज्यादा देर इस जीवनदान की खुशी नहीं मना सके। 19वें ओवर में ही उनका खेल खत्म हो गया और इसे बुमराह ने ही अंजाम दिया। उनकी रिवर्स स्विंग को डकेट पढ़ नहीं पाए और चारों खाने चित हो गए। हालांकि, इस ओवर की पहली और चौथी गेंद पर डकेट ने चौके लगाए थे। बुमराह पहले ही डीआरएस नहीं लेने से निराश थे और डकेट के इन दो चौकों ने उन्हें और गुस्से से भर दिया।
ओवर की पांचवीं गेंद पर जसप्रीत ने डकेट को क्लीन बोल्ड कर दिया। बुमराह की ये गेंद गुड लेंथ पर थी, जिसने पिच पर गिरने के बाद कांटा बदला और डकेट ने बड़ा शॉट खेलने के लिए बल्ला घुमाया और वो लाइन को मिस कर गए और गेंद सीधे स्टम्प से जा टकराई। इसके बाद उनकी खुशी देखते ही बन रही थी। उनका रिएक्शन देखने लायक था। डकेट 52 गेंद में 7 चौकों की मदद से 47 रन बनाकर आउट हुए।