नई दिल्ली। मेजबान न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में धमाकेदार शुरुआत की। न्यूजीलैंड ने माउंट माउंगानुई टेस्ट के पहले दिन का खेल खत्म होने पर 2 विकेट के नुकसान पर 258 रन बना लिए हैं। पूर्व कप्तान केन विलियमसन और रचिन रवींद्र ने शतक ठोके। विलियमसन और रवींद्र के बीच तीसरे विकेट के लिए अबतक 219 रन की साझेदारी हो चुकी है। पहले दिन का खेल खत्म होने पर विलियमसन (112*) और रचिन रवींद्र (118*) नाबाद लौटे।
साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था। स्टार खिलाड़ियों के बिना न्यूजीलैंड पहुंचीं साउथ अफ्रीका ने शुरुआत तो अच्छी की। 39 रन के भीतर ही न्यूजीलैंड के दोनों ओपनर को पवेलियन की राह दिखा दी थी। टॉम लाथम 20 और डेवोन कॉनवे 1 रन बनाकर आउट हुए। कॉनवे को डेब्यूटेंट शेपो मोर्की ने अपना शिकार बनाया।
डेब्यूटेंट मोर्की ने पहली गेंद पर विकेट लिया
मोर्की ने अपने टेस्ट करियर की पहली ही गेंद पर कॉनवे को एलबीडब्ल्यू कर दिया। इस युवा तेज गेंदबाज ने 5 ओवर के पहले स्पैल में कमाल की गेंदबाजी की और विलियमसन को 15 गेंद के भीतर 3 बार बीट किया। मोर्की के अलावा डेन पैटरसन ने भी अपनी सीम मूवमेंट से न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। उन्होंने टॉम लाथम को 20 रन के स्कोर पर आउट किया। न्यूजीलैंड को 44 रन के स्कोर पर ही तीसरा झटका लग जाता। विलियमसन की एक गलती की वजह से रचिन रवींद्र रन आउट हो सकते थे। लेकिन, थ्रो दिशाहीन होने की वजह से वो बच गए।
रचिन-विलियमसन के बीच 219 रन की नाबाद साझेदारी
इसके बाद जैसे-जैसे गेंद पुरानी होती गई, साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों की धार और रफ्तार दोनों कम होती गई और रचिन रवींद्र और विलियमसन ने खुलकर शॉट्स लगाए। रचिन ने 11वीं गेंद पर ही छक्का जड़ अपने इरादे जता दिए थे। उन्होंने चौके से अपना पहला टेस्ट पूरा किया। इसके लिए रचिन ने 120 गेंद खेली। इस दौरान उन्होंने 4 चौके और एक छक्का लगाया। वहीं, टी ब्रेक से पहले केन विलियमसन ने भी अपना 34वां अर्धशतक पूरा किया।
विलियमसन ने अपना 30वां शतक पूरा किया
तीसरे सेशन में दोनों ही बल्लेबाजों ने रन गति बढ़ाई और पहले विलियमसन और फिर रचिन ने अपना शतक पूरा किया। विलियमसन ने चौके से अपना 30वां शतक पूरा किया। ये उनका साउथ अफ्रीका के खिलाफ चौथा और घर में 17वां टेस्ट शतक है। इसके साथ ही विलियमसन ने फैब फोर में शामिल स्टीव स्मिथ के 30 शतकों की बराबरी कर ली। इसके अगले ही ओवर में रचिन रवींद्र ने भी अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया।