नई दिल्ली। कर्नाटक के 18 साल के क्रिकेटर प्रखर चतुर्वेदी ने बड़ा कमाल किया। प्रखर ने कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में मुंबई के खिलाफ नाबाद 404 रन ठोके। इसके साथ ही वो किसी भी अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में 400 प्लस स्कोर बनाने वाले पहले बैटर बने।
इस मैच में प्रखर चतुर्वेदी ने कर्नाटक के लिए ओपनिंग की थी और पारी घोषित करने तक नाबाद ही रहे। कर्नाटक ने अपनी पहली पारी घोषित करने से पहले 8 विकेट के नुकसान पर 890 रन का बड़ा स्कोर बनाया था। मुंबई ने पहली पारी में 380 रन बनाए थे। इस तरह कर्नाटक ने पहली पारी में 510 रन की बढ़त के आधार पर ट्रॉफी अपने नाम की। कूच बिहार ट्रॉफी अंडर-19 खिलाड़ियों के लिए भारत का फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट है।
प्रखर ने नाबाद 404 रन ठोके
प्रखर चतुर्वेदी ने 683 गेंद में 404 रन की पारी के दौरान 46 चौके और 3 छक्के मारे। यानी चौके-छक्के से ही उन्होंने 202 रन बनाए। प्रखर ने वो कारनामा दोहराया है, जो वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा ने किया था। लारा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में नाबाद 400 रन की पारी खेली थी। इतना ही नहीं, लारा ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 500 रन भी ठोके थे। उन्होंने 1994 में काउंटी क्रिकेट में डरहम के खिलाफ 501 रन बनाए थे।
इस मुकाबले में कर्नाटक के लिए हर्षिल धर्मानी ने भी शतक ठोका था। उन्होंने 228 गेंद में 169 रन बनाए थे। प्रखर और उनके बीच दूसरे विकेट के लिए 290 रन की साझेदारी भी हुई थी। इस मैच में टीम इंडिया के हे़ड कोच राहुल द्रविड़ के बेटे समित ने भी अच्छी बल्लेबाजी की। उन्होंने 5 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 46 गेंद में 22 रन बनाए थे।
कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल मैच में पिछला सर्वोच्च स्कोर युवराज सिंह का था, जो दिसंबर 1999 में बना था। तब युवराज ने 358 रन बनाए थे। और पंजाब ने पहली पारी की बढ़त के आधार पर मैच जीता था। इस मुकाबले में धोनी भी शामिल थे। कूच बिहार ट्रॉफी के इतिहास में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड महाराष्ट्र के विजय जोल के नाम है। उन्होंने 2011-12 सीजन में असम के खिलाफ नाबाद 451 रन ठोके थे।