KKR vs SRH Qualifier 1 Tactics : आईपीएल 2024 का क्वालिफायर-1 कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला जाएगा। दोनों ही टीमों ने इस सीजन में बड़ा स्कोर करने के साथ ही तेजी से रन बनाए हैं। लेकिन, अब आर या पार की लड़ाई है। एक गलती भी सीधे फाइनल में पहुंचने का सारा रोक सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस मैच में केकेआर और सनराइजर्स हैदराबाद किस रणनीति के साथ उतर सकते हैं। 

अहमदाबाद में 6 में से दो मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने जीते हैं। अहमदाबाद में घरेलू टीम के कप्तान शुभमन गिल को पूरा भरोसा है कि ओस से किसी टीम को अनुचित फायदा नहीं मिलेगा। अहमदाबाद में दोनों सफल बचाव दिन के मुकाबले में ही हुए हैं।

ये सारे पहलू टॉस के लिहाज से अहम हैं। लेकिन, इस सीजन में अगर आप हैदराबाद का रिकॉर्ड देखेंगे तो ये टीम पहले बैटिंग करना चाहेगी। हैदराबाद ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ दो ही मैच जीते हैं। यानी हैदराबाद रनचेज नहीं करना चाहेगी। 

हैदराबाद के लिए रनचेज आसान नहीं
रनचेज करते हुए हैदराबाद ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ जीत हासिल की थी। वहीं, अपने आखिरी लीग मैच में सनराजर्स हैदराबाद ने पंजाब किंग्स के खिलाफ 215 रन का पीछा किया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए हैदराबाद ने इस सीजन में जमकर रन कूटे हैं। कई बार 250 प्लस स्कोर किया है।

पहले बल्लेबाजी करते समय SRH का रन रेट बाद में बल्लेबाजी की तुलना में 1.07 अधिक है। हालांकि, KKR के लिए पहले बैटिंग या रनचेज में कोई फर्क नहीं है। पहले बल्लेबाजी करते समय कोलकाता नाइट राइडर्स का रनरेट 10.71, और पीछा करते समय 10.30 रहा है।

KKR ने लक्ष्य का बचाव करते हुए ज्यादा मैच जीते
केकेआर ने इस सीजन में लक्ष्य का बचाव करते हुए 9 में से 6 मैच जीते हैं और तीन मुकाबलों में रनचेज करते हुए जीत हासिल की है। यानी केकेआर के लिए पहले या बाद में बल्लेबाजी करना उतना बड़ा सवाल नहीं है, जितना हैदराबाद के लिए ये चुनौती है। ऐसे में कोलकाता नाइट राइडर्स यही चाहेगी कि हैदराबाद पहले बैटिंग न करे।

पावरप्ले में हैदराबाद को भुवनेश्वर से गेंदबाजी कराना चाहिए
केकेआर के ओपनर सुनील नारायण आईपीएल के इस सीजन के सबसे मूल्यवान खिलाड़ी हैं। जिन बैटर्स ने 400 या उससे अधिक रन बनाए हैं, उसमें से 2 ही केवल नारायण से तेज रहे हैं। हालांकि इस आईपीएल में भुवनेश्वर और नारायण का आमना-सामना नहीं हुआ है। लेकिन भुवनेश्वर कुमार पावरप्ले में नरेन को शांत रखने में कामयाब रहे हैं। भुवी की 31 गेंद पर नारायण ने 34 रन बनाए हैं और एक बार इस तेज गेंदबाज ने उन्हें आउट किया है। 

इतना ही नहीं, वेंकटेश और श्रेयस अय्यर के खिलाफ भी भुवनेश्वर का रिकॉर्ड अच्छा है। श्रेयस को उन्होंने 49 गेंद फेंकी है और इस दौरान 3 बार आउट किया है। श्रेयस 89 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाए हैं। वहीं, भुवी के खिलाफ वेंकटेश का स्ट्राइक रेट भी 88 का रहा है। 

क्लासेन को रोकेंगे रसेल?
आंद्रे रसेल ने इस आईपीएल में पावरप्ले में गेंदबाजी नहीं की है। वो हेनरिक क्लासेन के खिलाफ असरदार हो सकते हैं। क्लासेन इस सीजन में हैदराबाद के मिडिल ऑर्डर की अहम कड़ी साबित हुए हैं। वो स्पिनर्स के साथ-साथ बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ आसानी से बड़े शॉट्स लगा रहे हैं। तो इससे पता चलता है कि रसेल को क्लासेन के लिए बचाया जा सकता है। यानी रसेल बीच के ओवर में गेंदबाजी कर सकते हैं। 

शायद यह एक गलती थी जो KKR ने SRH के खिलाफ पहले मैच में की थी: रसेल और नरेन ने संयुक्त रूप से क्लासेन को केवल 3 ओवर गेंदबाजी ही की थी। इसका फायदा उठाते हुए क्लासेन ने 29 गेंद में 63 रन ठोके थे और हैदराबाद को जीत की दहलीज तक ले गए थे। 

रसेल के खिलाफ व्यासकांत हो सकते हैं ट्रंपकार्ड
सिर्फ गेंदबाज रसेल ही नहीं बल्कि बल्लेबाज रसेल भी इस सीजन में केकेआर की सफलता की कुंजी रहे हैं। उनके 185 के स्ट्राइक रेट ने KKR को वह फिनिशिंग किक दी है जिसकी टीम को जरूरत थी। रसेल लेग स्पिन को छोड़कर सभी प्रकार की गेंदबाजी के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी कर रहे हैं। लेग स्पिन के खिलाफ उन्होंने 28 गेंद खेली, 41 रन बनाए और 1 बार आउट हुए हैं। ऐसे में हैदराबाद श्रीलंका के युवा लेग स्पिनर व्यासकांत विजयकांत का इस्तेमाल रसेल के खिलाफ कर सकती है।