नई दिल्ली। कुलदीप यादव और आर अश्विन की दमदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने रांची टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड पर शिकंजा कस दिया। खबर लिखे जाने तक इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 133 रन पर 8 विकेट गंवा दिए थे। इंग्लैंड को दूसरी पारी में शुरुआती तीन झटके आर अश्विन ने दिए। उन्होंने बेन डकेट, ओली पोप और जो रूट का शिकार किया। इसके बाद इंग्लैंड के मध्य क्रम के बल्लेबाजों को कुलदीप ने पवेलियन की राह दिखाई। 

टीम इंडिया की राह में जैक क्राउली बड़ा रोड़ा साबित हो रहे थे। वो ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे और 60 रन बना चुके थे। उनके और जॉनी बेयरस्टो के बीच 45 रन की साझेदारी हो चुकी थी। इसके बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कुलदीप यादव को गेंद थमाई। ये इंग्लैंड की दूसरी पारी का 29वां ओवर था। इस ओवर से पहले तक कुलदीप का खाता नहीं खुला था। 

कुलदीप ने नहीं मानी रोहित की सलाह
ओवर की अपनी पहली गेंद फेंकने से पहले कुलदीप की कप्तान रोहित शर्मा से बात हुई। रोहित ने उन्हें सलाह दी है कि अगर वो डीप मिडविकेट पर खड़े फील्डर को अगर अंदर लाते हैं तो ज्यादा अच्छा होगा। लेकिन, कुलदीप ने रोहित की सलाह नहीं मानी और कप्तान से कहा कि ज्यादा बेहतर यही होगा कि फील्डर को पीछे ही रखें। तब रोहित अपने गेंदबाज की बात मान गए और फर्स्ट स्लिप में फील्डिंग के लिए तैनात हो गए।  

कुलदीप ने क्राउली को किया बोल्ड
कुलदीप का ये दांव काम कर गया और उन्होंने फ्लाइडेट गेंद फेंकी। क्राउली बैकफुट पर शॉट लगाने गए। लेकिन, गेंद घूम गई और सीधे मिडिल स्टम्प से जा टकराई। इस तरह, खतरनाक दिख रहे क्राउली की पारी का अंत हो गया। दिनेश कार्तिक ने कॉमेंट्री के दौरान इस गेंद से पहले कुलदीप और रोहित के बीच हुई बातचीत का जिक्र किया। 

कार्तिक ने बताया, रोहित ने गेंद फेंकने से पहले कुलदीप से पूछा था कि क्या उन्हें फील्डर अंदर बुलाना है। कुलदीप ने इनकार कर दिया। उन्होंने रोहित से कहा कि सिर्फ कवर का फील्डर रहने दीजिए और मिड ऑफ को पीछे भेज दीजिए और अगली ही गेंद पर क्राउली कवर्स की दिशा में शॉट खेलने बैकफुट पर गए और गच्चा खा गए। गेंद इतना घूमी की वो बोल्ड हो गए। इस तरह कुलदीप का प्लान काम कर गया। 

इसके बाद कुलदीप ने बेन स्टोक्स, ओली रॉबिन्सन और टॉम हर्टले का विकेट भी हासिल किया।