Manu Bhaker Paris Olympic 2024: पेरिस ओलंपिक में मंगलवार को मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने कमाल कर दिया। उन्होंने भारत को दूसरा कांस्य मेडल दिलाया। इसके साथ ही मनु भाकर भारत के लिए एक ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली एथलीट बन गईं। निशानेबाज मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
तीनों इवेंट पर समान फोकस, अपना बेस्ट दे रही
शानदार सफलता मिलने पर मनु भाकर ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात की। उन्होंने बताया कि ओलंपिक में मेरे पास 3 इवेंट हैं। मैं सभी पर समान रूप से फोकस कर रही हूं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कोच जसपाल सर को दिया। उन्होंने कहा कि कल हम बेहद कम अंतर से गोल्ड और सिल्वर पदक जीतने से चूक गए थे। उन्होंने कहा कि मैंने और सरबजोत सिंह ने मिलकर प्लान किया था कि वह अपना बेस्ट देंगे और हम दोनों ने अच्छे शॉट्स लगाएं। मनु भाकर ने फिर दोहराया कि मैं कर्म करने में यकीन करती हूं। उन्होंने कहा आप किसी भी धर्म को फॉलो करते हो। कर्म पहले सबसे पहले है।
कोच के बिना ये संभव नहीं
निशानेबाज मनु भाकर की मां सुमेधा भाकर बेटी की सफलता से बहुत उत्साहित है। उन्होंने कहा कि जसपाल सर का साथ नहीं होता तो हम यहां तक नहीं पहुंच पाते। उनके मार्गदर्शन में मनु ने ओंलपिक में भारत का नाम रोशन कर दिया। मां ने कहा- जब मनु देश वापस आएगी तो मैं उसके लिए एयरपोर्ट पर उसके लिए खाना लेकर जाऊंगा।
पिता को 'गोल्ड' नहीं जीत पाने की कसक
मनु भाकर के पिता ने कहा कि पूरे देश में मनु की जीत को लेकर उत्साह दिख रहा। उससे मुझे भी काफी खुशी मिल रही है। सभी देशवासियों को प्यार और आशीर्वाद के लिए धन्यवाद देता हूं। कल मैच के बाद मेरी मनु से बात हुई थी। उन्होंने कहा कि एक शॉट गलत हो गया वरना गोल्ड जीत सकती थी। मनु की मदद मुझसे ज्यादा मेरी पत्नी ने की है। मैं नेवी में नौकरी करता हूं तो उसे समय नहीं दे पाता।