नई दिल्ली। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने हाल में ही एक इंटरव्यू में 'जय श्री राम' नारे को लेकर बड़ी बात कही। शमी ने कहा कि 'जय श्री राम' और 'अल्लाहु-अकबर' बोलने में कोई नुकसान नहीं। मुझे लगेगा तो मैं एक हजार बोलूंगा क्योंकि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
शमी ने न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में कहा, "हर धर्म में आपको 4-5 ऐसे लोग मिल ही जाएंगे जो सामने वाले को पसंद नहीं करते। मुझे इस बात से कोई दिक्कत नहीं। जैसे विश्व कप में मेरे सजदे वाली बात आई थी। अगर राम मंदिर बन रहा है तो जय श्रीराम कहने में किसी को क्या दिक्कत। हजार बार बोलो ना। अगर मुझे अल्लाहु-अकबर बोलना हो तो मैं हजार बार बोलूंगा। इससे क्या ही फर्क पड़ रहा। इसमें किसी का कुछ जाता नहीं।"
मैं थक गया था इसलिए घुटने के बल बैठा था: शमी
इससे पहले अपने यूट्यूब चैनल पर शमी ने बताया था कि वो विश्व कप 2023 में श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले के दौरान क्यों घुटनों के बल जमीन पर बैठे थे, जिसे सोशल मीडिया पर कई लोगों ने सजदा करने की कोशिश बताया था।
शमी ने कहा था, "मुझे लगता है कि मैं लगातार पांचवां ओवर फेंक रहा था और पूरे दमखम के साथ गेंदबाजी कर रहा था। मैं थक गया था। गेंद बार-बार किनारा ले रही थी, इसलिए जब मुझे आखिरकार पांचवां विकेट मिला, तो मैं अपने घुटनों पर बैठ गया। किसी ने मुझे धक्का दिया तो मैं थोड़ा आगे बढ़ गया। उस तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। लोगों ने सोचा कि मैं सजदा करना चाहता हूं लेकिन नहीं किया। मेरे पास उनके लिए केवल एक ही सलाह है, कृपया इस तरह के उपद्रव बंद करें।"
'मुझे सजदा करने से कोई रोक नहीं सकता'
तब शमी ने कहा था, "मैं ये बता दूं कि मैं किसी से डरता नहीं। मैं मुसलमान हूं और मैंने पहले भी कहा है कि मुझे मुस्लिम होने और भारतीय होने पर गर्व है। मेरे लिए देश पहले आता है। अगर इससे किसी को परेशानी है तो मुझे इसकी परवाह नहीं। मेरे लिए देश का प्रतिनिधित्व करने से बढ़कर कुछ नहीं। जहां तक सजदा करने की बात है। अगर मुझे करना होगा तो जरूर करूंगा। इसकी किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं।"
शमी ने पिछले साल भारत में हुए वनडे विश्व कप में सबसे अधिक 24 विकेट लिए थे। वो फिलहाल, टखने की चोट की वजह से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं।