नई दिल्ली। महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को दो-दो विश्व कप जिताए हैं। एक बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भी दिलाया है। टेस्ट रैंकिंग में भी टीम इंडिया को नंबर-1 बनाया है और चेन्नई सुपर किंग्स भी उनकी अगुआई में 5 बार खिताब जीत चुकी है। यही वजह है कि धोनी को कप्तानों का कप्तान कहा जाता है। टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर भी धोनी के बड़े फैन हैं। वो खुद माही के साथ खेल चुके हैं। अगरकर ने कहा कि सॉफ्टवेयर और डेटा के युग में भी धोनी की निर्णय क्षमता गजब की है और आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस जैसी चीजें कितनी भी आगे बढ़ जाएं धोनी का मुकाबला नहीं कर सकती।
अजीत अगरकर ने कहा, आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस कभी भी धोनी जैसे किसी व्यक्ति की जगह नहीं ले सकती। धोनी की कप्तानी की समझ सबसे जुदा है और उनके निर्णय बहुत सटीक रहते हैं।
धोनी के आगे AI भी फेल: अगरकर
अगरकर ने आगे कहा, "आज काफी डेटा उपलब्ध है। आप डेटा के आधार पर पूरी पारी की योजना बना सकते हैं और मुझे लगता है कि अब हर कोई ऐसा करता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह हर समय काम करेगा। आपको मैदान पर एक कप्तान की जरूरत है क्योंकि सब कुछ आपके जैसा नहीं है। आपने जो योजना बनाई है, जरूरी नहीं कि चलेगी। किसी विशेष दिन पर ऐसा हो सकता है, लेकिन अधिकांश दिनों में ऐसा नहीं होगा। और यहीं आपको मानवीय प्रवृत्ति की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि आप एमएस धोनी को एक महान कप्तान कहते हैं क्योंकि उनके पास खेल के लिए एक अनुभव था। वह जानते थे कि क्या हो रहा है और कैसे खेल बदलता है।"
अगरकर ने इस बात पर जोर दिया कि जहां आईपीएल प्रतिभाओं की खोज के लिए मंच के रूप में काम करता है, वहीं जो चीज खिलाड़ियों को अलग करती है वह उनका मजबूत स्वभाव है। अगरकर ने कहा कि आप इसे देख सकते हैं, (आईपीएल) अचानक से खिलाड़ियों को बाहर कर देता है। कुछ महीनों तक चयनकर्ता रहने के बाद, कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो अचानक आते हैं और बड़े मंच पर भी प्रदर्शन करते हैं। आईपीएल एक काफी बड़ा मंच है क्योंकि इसमें शामिल दबाव, बड़ी भीड़, आपको अक्सर बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं।