Neeraj Chopra in Paris Olympics: पेरिस ओलंपिक में मंगलवार, 6 जुलाई को जेवलिन थ्रो क्वॉलीफिकेशन राउंड खेला गया। इसमें भारत के नीरज चोपड़ा ने रिकॉर्ड तोड़ थ्रो करके फाइनल में जगह बनाई। नीरज चोपड़ा ने क्वॉलीफिकेशन राउंड में अपने पहले ही थ्रो में 89.34 मीटर की दूरी तय की। यह नीरज का सीजन का बेस्ट थ्रो रहा। नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलंपिक 2020 के गोल्ड मेडलिस्ट हैं। भारत को उनसे बहुत उम्मीदें हैं। बता दें कि नीरज गोल्ड के प्रबल दावेदार हैं। क्वॉलीफिकेशन राउंड में नीरज ने टॉप किया है।
पेरिस ओलंपिक के 11वें दिन मौजूदा ओलंपिक चैंपियन भारत के नीरज चोपड़ा ने कमाल का प्रदर्शन किया। वह क्वालिफिकेशन राउंड के ग्रुप-बी में थे और उन्होंने पहला ही थ्रो 89.34 मीटर किया और सीधे फाइनल का टिकट कटा लिया। इससे पहले नीरज ने दोहा डायमंड लीग 2024 में 88.36 मीटर दूर भाला फेंका था। टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने 87.58 मीटर का थ्रो फेंका था। इससे उन्हें गोल्ड मेडल मिला था। नीरज चोपड़ा ने अपने इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।
नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में पहले स्थान पर आ गए। उन्होंने सभी एथलीटों को पीछे छोड़ दिया है। नीरज का यह इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। आपको बता दें कि क्वालिफिकेशनल राउंड में जो एथलीट 84 मीटर का थ्रो फेंकते हैं, वो सीधे फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लेते हैं। नीरज के प्रतिद्वंद्वी ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 88.63 मीटर का थ्रो फेंककर दूसरे स्थान पर रहे। तीसरे स्थान पर जर्मनी के जूलियन वेबर रहे। उन्होंने 87.76 मीटर दूर भाला फेंका। जबकि पड़ोसी देश पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 86.59 मीटर का थ्रो फेंककर फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया।
किशोर जेना रहे फेल
नीरज चोपड़ा के अलावा भारत के दूसरे एथलीट किशोर जेना ने भी क्वॉलीफिकेशन राउंड को पार करने की कोशिश की, लेकिन वह 80.73 मीटर का थ्रो ही फेंक पाए। जबकि फाइनल में पहुंचने के लिए 84 मीटर का थ्रो फेंकना होता है।