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Usman Khawaja Shoes Controversy: ऑस्ट्रेलियाई बैटर उस्मान ख्वाजा ने पाकिस्तान के खिलाफ पर्थ टेस्ट में ऐसे जूते पहनकर उतरने का फैसला किया था, जिसपर फिलिस्तीन के समर्थन वाले स्लोगन लिखे थे। लेकिन, अचानक उन्होंने अपना फैसला बदल लिया। आखिर क्यों ऐसा हुआ, जानिए।

नई दिल्ली। पहले हां....फिर नहां। ऑस्ट्रेलिया के बैटर उस्मान ख्वाजा ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान फिलिस्तीन के समर्थन वाले स्लोगन लिखे जूते पहनने का इरादा बदल लिया है। दरअसल, पाकिस्तान मूल के ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर उस्मान ट्रेनिंग सेशन के दौरान फिलिस्तीन के समर्थन वाले नारे लिखे जूते पहनकर ट्रेनिंग के लिए उतरे थे। 

जब उनसे ये सवाल पूछा गया कि क्या वो पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान भी फिलिस्तीन के समर्थन के लिए ये जूते पहनेंगे तो उन्होंने हां में जवाब दिया था। लेकिन बाद में उन्होंने अपना इरादा बदल लिया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये जानकारी दी। 

कमिंस ने किया उस्मान का बचाव
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने इस मामले पर कहा, "उस्मान के जूते पर कुछ शब्द लिखे हुए थे। हम ऑस्ट्रेलिया टीम के भीतर अलग-अलग राय और सोच को सम्मान देते हैं। वैसे, मैंने इस मसले पर उस्सी (उस्मान) से बात की थी। मुझे नहीं लगता कि उनका इरादा विवाद खड़ा करना था, लेकिन हम उनका समर्थन करते रहेंगे। उस्मान ने मुझसे कहा है कि वो फिलिस्तीन समर्थन वाले स्लोगन लिखे शूज नहीं पहनेंगे।"

क्यों उस्मान ने फिलिस्तीन के समर्थन का बदला इरादा? 
ऐसा लगता है कि उस्मान ख्वाजा को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के नियमों को याद दिलाया। वैसै, सीए ने बुधवार को ही कहा कि वे गाजा के लोगों के प्रति अपना समर्थन जताने के लिए ख्वाजा के अधिकार का समर्थन करते हैं। लेकिन आईसीसी के नियम ऐसा करने पर रोक लगाते हैं। हम खिलाड़ियों से इसका पालन करने की उम्मीद करते हैं। 

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमलों के जवाब में शुरू हुए गाजा पर इजरायल के हमले में 18 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। उस्मान इसे लेकर सोशल मीडिया पर लगातार विरोध जता रहे। 

क्या कहता है आईसीसी का कोड ऑफ कंडक्ट? 
आईसीसी अपने कोड ऑफ कंडक्ट में, क्रिकेटरों को बिना पूर्व अनुमति के कपड़े या उपकरण पर आर्म बैंड या अन्य वस्तुओं को पहनने, प्रदर्शित करने या संदेश देने से रोकता है। राजनीतिक, धार्मिक या नस्लीय गतिविधियों से जुड़े संदेशों पर पूरी तरह बैन है। इसी वजह से उस्मान फिलिस्तीन के समर्थन वाले स्लोगन लिखे जूते नहीं पहन सकते हैं। अगर वो ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। 

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