पेरिस: पेरिस ओलंपिक 2024 खत्म हो गया है. इन गेम्स में 16 दिनों तक एथलीटों ने जलवा दिखाया. 200 से ज्यादा देशों के करीब 10, 500 एथलीट्स मैदान में उतरे थे. इस बार भी अमेरिका ने ओलंपिक की पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया. हालांकि ऐसा करने के लिए उन्हें आखिरी खेल में गोल्ड मेडल जीतना पड़ा, क्योंकि चीन से कड़ी टक्कर मिल रही थी.

2 गोल्ड से पीछे था अमेरिका 
अमेरिका, रविवार को 38 स्वर्ण पदकों के साथ चीन के 39 स्वर्ण पदकों से एक पीछे था, हालांकि वे महिला बास्केटबॉल में जीत के प्रबल दावेदार थे, एक ऐसा खेल जिसे अमेरिकी 1996 से हर ओलंपिक में जीतते आए हैं. अमेरिका के पास ट्रैक साइकिलिंग, कुश्ती और वॉलीबॉल में भी स्वर्ण पदक जीतने के मौके थे, जबकि चीन भारोत्तोलन में अपना खाता बढ़ा सकता था. 

चीन की ली वेनवेन ने जीता आखिर दिन गोल्ड 
चीन की ली वेनवेन ने महिलाओं की +81 किलो भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीतकर अपना काम किया, जबकि अमेरिका की महिला वॉलीबॉल टीम और पहलवान कैनेडी ब्लेड्स को रजत पदक से संतोष करना पड़ा, लेकिन अमेरिका के पास ओलंपिक चैंपियन जेनिफर वैलेंटे थीं, जिन्होंने ओमनीम में जीत हासिल की और अमेरिका को खेलों के अंतिम कार्यक्रम, महिला बास्केटबॉल से पहले चीन से एक स्वर्ण पदक पीछे छोड़ दिया. 

अमेरिकी खेमे में कम ही लोग नतीजे को लेकर घबराए होंगे
अमेरिका ओलंपिक में 60 मैचों की जीत की लकीर पर था और अपना आठवां सीधे खिताब जीतने की कोशिश कर रहा था. उन्होंने फिर एक रोमांचक मुकाबले के अंतिम सेकंड में फ्रांस को हराया, जिससे अमेरिका और चीन दोनों के पास 40-40 स्वर्ण पदक हो गए, जिसमें अमेरिका कुल 126 पदकों के साथ पहले स्थान पर रहा, जबकि चीन के 91 पदक रहे.

तीसरे नंबर पर रहा जापान 
जापान 20 स्वर्ण पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा, जो 2021 में टोक्यो में उनका ही स्थान था. ऑस्ट्रेलिया ने अपने सर्वश्रेष्ठ पदक हासिल करते हुए 14 स्वर्ण पदकों के साथ चौथा स्थान हासिल किया. मेजबान फ्रांस 16 स्वर्ण पदकों के साथ पांचवें स्थान पर रहा, जो 1900 में शीर्ष पर रहने के बाद से उनका सर्वश्रेष्ठ परिणाम है.

अमेरिका में ही होंगे अगले ओलिंपिक गेम्स 
अमेरिका चार साल बाद लॉस एंजिल्स में खेलों की मेजबानी करने के लिए तैयार है. इसलिए अगली बार भी उसके पदक तालिका में शीर्ष स्थान पर रहने की उम्मीद है. परंपरागत रूप से देशों का अपने घरेलू मैदान पर पदक तालिका में अच्छा प्रदर्शन होता है और ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में वर्चस्व का आदी अमेरिका विशेष रूप से प्रभाव डालने के लिए उत्सुक होगा.

शीतकालीन ओलंपिक एक अलग कहानी है
आखिरी बार अमेरिका ने 1932 में शीर्ष स्थान हासिल किया था. 6 मिलियन से कम की आबादी वाले नॉर्वे ने पिछले दो संस्करणों में शीतकालीन खेलों में शीर्ष स्थान हासिल किया है. 

पाकिस्तान से भी पीछे रहा भारत 
भारत ने 1 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मिलाकर 6 मेडल जीते, लेकिन इसके बावजूद देश मेडल टैली में 71वें नंबर पर रहा, जबकि पाकिस्तान एक ही मेडल जीतकर भारत से आगे 62वें नंबर पर रहा. ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि मेडल टैली में जिस देश के पास ज्यादा गोल्ड मेडल होते हैं, उसे टॉप पर रखा जाता है.