Paris Olympics 2024 Day 2 Updates: पेरिस ओलंपिक का दूसरा दिन भारत के लिए शानदार रहा। 22 साल की मनु भाकर ने इतिहास रचा। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता। वो ओलंपिक के शूटिंग इवेंट में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज हैं। एक समय वो सिल्वर मेडल के करीब थीं। लेकिन, एक शॉट से वो रजत पदक चूक गईं और ब्रॉन्ज मेडल से उन्हें संतोष करना पड़ा।
निशानेबाजी में मनु ने भारत का पांचवां ओलंपिक मेडल दिलाया है। भारत ने एथेंस 2004 से लंदन 2012 तक लगातार 3 ओलंपिक में शूटिंग पदक जीते लेकिन अगले दो संस्करणों में कोई पदक नहीं मिला था।
22 साल की मनु भाकर ने फाइनल में 221.7 का ्स्कोर किया। कोरिया की ओह ये जिन ने 243.2 के नए ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता और उनकी हमवतन येजी किम ने भाकर को पछाड़कर 241.3 के अंतिम स्कोर के साथ सिल्वर मेडल जीता।
भारतीय महिला तीरंदाजी टीम रिकर्व इवेंट के क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई। नीरदलैंड्स ने भारत को 6-0 से हराया। भारतीय तीरंदाजों ने क्वार्टर फाइनल में बेहद खराब प्रदर्शन किया। अंकिता भकत, भजन कौर और दीपिका कुमारी की तिकड़ी को नीदरलैंड की क्विंटी रोएफेन, गैबी श्लोएसर और विंकेल वान की तिकड़ी से मात खाई।
पहले राउंड में नीदरलैंड के तीरंदाजों ने 52 स्कोर किया जबकि भारत का स्कोर 51 था। दूसरे राउंड में नीदरलैंड ने 54 स्कोर किया जबकि भारत ने 49। तीसरे राउंड में भारतीय तीरंदाजों ने काफी खराब निशाने लगाए और सिर्फ 48 का स्कोर किया जबकि नीदरलैंड्स के आर्चर्स ने 53 स्कोर किया।नियमों के तहत 6 तीरों का एक सेट जीतने पर टीम को 2 अंक मिलते हैं। ड्रॉ होने पर दोनों टीमों को 1-1 अंक मिलता है। जो टीम पहले 6 अंक हासिल करती है, वो मैच जीत जाती है। नीदरलैंड्स ने ऐसा किया और भारत को 6-0 के अंतर से हरा दिया।
भारत के स्टार टेनिस प्लेयर सुमित नागल पेरिस ओलंपिक से बाहर हो गए। मेंस सिंगल्स में चुनौती पेश करने उतरे नागल को फ्रांस के कोरेंटिन मोउटेट 6-2, 2-6, 5-7 से हराया।
मनिका को जीत, शरत बाहर
पेरिस ओलंपिक में रविवार को टेबल टेनिस में भारत के लिए मिला-जुला दिन रहा। भारत के ध्वजवाहक रहे अचंता शरत कमल पहले मैच में हारकर बाहर हो गए। उन्हें मेंस सिंगल्स के स्लोवेनिया के कोजुल डेनी ने 4-2 के अंतर से हराया। कोजुल ने 12-10, 9-11, 6-11, 7-11, 11-8, 10-12 से जीत दर्ज की। वहीं, मनिका बत्रा ने महिला सिंगल्स के अपने पहले मैच में जीत हासिल की। उन्होंने ब्रिटेन की एना हर्से को 4-1 के अंतर से हराया। मनिका ने अपना मुकाबला 11-8, 12-10, 11-9, 9-11 और 11-5 से जीता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर मनु भाकर को बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, "ऐतिहासक पदक, शानदार, भारत के लिए पेरिस ओलंपिक में पहला पदक जीतने के लिए बधाई। ये सफलता इसलिए भी खास है क्योंकि वो शूटिंग में ओलंपिक पदक जीतने वालीं पहली भारतीय महिला निशानेबाज हैं। शानदार उपलब्धि के लिए बधाई।"
मेंस 10 मीटर एयर राइफल क्वालिफिकेशन में भारत के लिए अच्छी खबर आई। अर्जुन बबूता 630.1 के स्कोर के साथ 7वें स्थान पर रहे और उन्होंने फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया। वहीं, संदीप सिंह 629.3 के स्कोर के साथ 12वें पायदान पर रहे। सिर्फ टॉप-8 निशानेबाज ही फाइनल के लिए क्वालिफाई करते हैं।
पेरिस ओलंपिक में भारत की दो सदस्यीय स्विमिंग टीम में से एक, श्रीहरि नटराज अपनी हीट में दूसरे स्थान पर रहने के बावजूद, मेंस 100 मीटर बैकस्ट्रोक इवेंट के प्रिलिमिनरी राउंड में 33वें स्थान पर रहे। उन्होंने 55.01 सेकेंड का समय लिया, जो 16वें स्थान पर मौजूद ग्रेट ब्रिटेन के जॉनी मार्शल द्वारा निर्धारित 53.93 सेकेंड के समय से काफी कम था। बता दें कि केवल शीर्ष 16 एथलीट ही सेमीफाइनल में पहुंचते हैं।
14 साल की उम्र में अपना ओलंपिक डेब्यू करते हुए, महिलाओं की 200 मीटर फ्रीस्टाइल हीट में धीनिधि देसिंघु 2:06.96 के साथ 23वें स्थान पर रहीं। हीट 1 में चार्ट में शीर्ष पर रहने के बावजूद, 200 मीटर फ्रीस्टाइल नेशनल रिकॉर्ड होल्डर शीर्ष 16 अंक से काफी पीछे रह गईं। इसके बाद दोनों भारतीय तैराकों का ओलंपिक अभियान खत्म हो गया।
वुमेंस 10 मीटर एयर राइफल का क्वालिफिकेशन इवेंट भारत के लिए मिला-जुला रहा था। आखिर तक टॉप-8 में चल रहीं एलावेलिन वलारिवान 1 शॉट से फाइनल में पहुंचने से चूक गईं थीं। वहीं, 20 साल की रमिता जिंदल ने धीमी शुरुआत के बाद शानदार खेल दिखाया और अपने पहले ओलंपिक फाइनल का टिकट कटाया। रमिता 29 जुलाई (सोमवार) दोपहर 1 बजे से अपना फाइनल मैच खेलेंगी और गोल्ड के लिए निशाना लगाएंगी।
एलावेनिल को एक खराब शॉट की कीमत चुकानी पड़ी। रमिता एथेंस ओलंपिक में शुमा शिरुर के बाद राइफल शूटिंग के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला निशानेबाज हैं। दिलचस्प बात ये है कि शुमा इस ओलंपिक में रमिता की कोच बनकर आईं हैं। रमिता जिंदल ने 631.5 के स्कोर के साथ फाइनल में जगह बनाई। वो क्वालिफिकेशन में पांचवें स्थान पर रहे। वहीं, एलावेनिल वलारिवन 630.7 के स्कोर के साथ 10वें स्थान पर रहीं। शीर्ष-8 निशानेबाज ही फाइनल में जाते हैं।
पीवी सिंधु ने महज 29 मिनट में वुमेंस सिंगल्स का अपना पहला मैच जीत लिया। सिंधु ने पहला गेम 13 मिनट में 21-9 से जीता। दूसरा गेम जीतने में भी सिंधु को बहुत मशक्कत नहीं करनी पड़ी। उन्होंने दूसरा गेम 14 मिनट में 21-6 से अपने नाम किया। सिंधु इस ओलंपिक में अपने लगातार तीसरे पदक के लिए उतरी हैं। 2016 रियो ओलंपिक में रजत और 2021 टोक्यो ओलंपिक में सिंधु ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
रोइंग में भारत की इकलौती उम्मीद बलराज पंवार ने पदक की उम्मीद जगा दी। उन्होंने रविवार को रोइंग के मेंस सिंगल्स के स्कल्स इवेंट के रेपेचेज में हिस्सा लिया और 7:12.41 मिनट के समय के साथ दूसरे स्थान पर रहे। इसके साथ ही क्वार्टर फाइनल का टिकट कटाया। बलराज के पिता की मौत कम उम्र में हो गई थी। इसके बाद वो परिवार को चलाने के लिए भारतीय सेना में भर्ती हुए और ऊंचे कद की वजह से रोइंग में आए। नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने के बाद उनकी जिंदगी बदल गई और आज ओलंपिक में भारत के लिए दावेदारी पेश कर रहे।
बलराज अब मंगलवार को मेंस सिंगल्स स्कल्स इवेंट के क्वार्टर फाइनल में एक्शन में होंगे। वह क्वार्टर फाइनल में सीधे क्वालिफाई नहीं कर पाए थे और रेपेचेज के सहारे अंतिम-8 का टिकट कटाने में सफल रहे।