India Hockey Bronze Medal Match: पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल का मैच जीत लिया है। भारत ने स्पेन को 2-1 से हरा दिया। भारत की तरफ से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने दो गोल दागे। ये दोनों गोल उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर में दागे। ओलंपिक के इतिहास में भारत का यह 13वां मेडल है। वहीं, भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने भारत की तरफ से पेरिस ओलंपिक में सबसे अधिक 10 गोल दागे गए। जीत के बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पीआर श्रीजेश को कंधों पर उठा लिया। उन्होंने कहा- श्रीजेश 20 सालों से खेल रहा हैं। यह बहुत बड़ी बात है। 

पहले क्वॉर्टर में दोनों टीमें गोल नहीं कर पाईं। दूसरे क्वॉर्टर में स्पेन को पेनल्टी शूट आउट मिला। इसका फायदा उठाते हुए स्पेन ने मैच का पहला गोल दाग दिया। भारत 0-1 से पिछड़ गया था। इसके बाद दूसरे क्वॉर्टर के आखिर में भारत ने वापसी की और मिले पेनल्टी क्वॉर्टर में कप्तान हरमनप्रीत ने 30वें मिनट में गोल दागकर स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया।

तीसरे क्वॉर्टर में भारत ने एक और गोल दागा। भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला। एक बार फिर से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने इसका फायदा उठाते हुए स्पेन के गोल पोस्ट को धवस्त कर दिया। सेमीफाइनल में भारत को जर्मनी से 3-2 की हार का सामना करना पड़ा था। इससे भारत का गोल्ड मेडल जीतने का सपना टूट गया था।  

भारत की तरफ से गोलकीपर पीआर श्रीजेश का यह आखिरी मैच है। उन्होंने संन्यास का ऐलान किया है। अपने आखिरी मैच में श्रीजेश ने बेहतरीन डिफेंस का नमुना पेश किया। उन्होंने कई मौकों पर स्पेन के पेनल्टी कॉर्नर को नाकाम कर दिया। 

ब्रॉन्ज मेडल जीत श्रीजेश को डेडिकेट  
पूर्व कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि ब्रॉन्ज मेडल जीत को गोलकीपर पीआर श्रीजेश को डेडिकेट करते हैं। हम फाइनल जीतना चाहते थे, लेकिन वो नहीं हो पाया। हम खाली हाथ घर नहीं जाना चाहते थे और हमने देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता है। 

कप्तान ने मांगी देशवासियों से माफी 
कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा- देश और हमारे लिए बड़ी बात है। हमारे लिए बहुत कठिन स्थिति है। हम पर प्रेशर रहता है। मैं देशवासियों से सॉरी बोलूता हूं, हम गोल्ड मेडल नहीं जीत पाएं।