Paris olympics Medal Tally: पेरिस ओलंपिक खत्म हो चुका है। इस बार चीन ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। चीन ने पेरिस ओलंपिक में 39 गोल्ड जीतकर अमेरिका (38 गोल्ड) को एक मेडल से पछाड़ दिया है। हालांकि ओवर ऑल मेडल में अमेरिका ने चीन (90) की तुलना में 122 पदक जीते हैं। लेकिन गोल्ड मेडल ही ओलंपिक विजेता बनने की ग्यारंटी होता है। जो देश जितने ज्यादा गोल्ड जीतेंगा, उसे ही विजेता माना जाता है। ऑस्ट्रेलिया और जापान 18-18 गोल्ड मेडल के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। वहीं, मेजबान फ्रांस 16 गोल्ड के साथ पांचवे नंबर पर है। जानें पेरिस ओलंपिक के टॉप-10 देश....।
नंबर | देश | गोल्ड | सिल्वर | कांस्य | कुल पदक |
71* | भारत | 0 | 1 | 5 | 6 |
1 | चीन | 39 | 27 | 24 | 90 |
2 | अमेरिका | 38 | 42 | 42 | 122 |
3 | ऑस्ट्रेलिया | 18 | 18 | 14 | 50 |
4 | जापान | 18 | 12 | 13 | 43 |
5 | फ्रांस | 16 | 24 | 22 | 62 |
6 | ग्रेट ब्रिटेन | 14 | 22 | 27 | 63 |
7 | कोरिया | 13 | 8 | 9 | 30 |
8 | नीदरलैंड्स | 13 | 7 | 12 | 32 |
9 | जर्मनी | 12 | 11 | 8 | 32 |
10 | इटली | 11 | 13 | 15 | 39 |
चीन और अमेरिका ही ओलंपिक आगे क्यों?
चीन और अमेरिका ही ओलंपिक में मुख्य प्रतिद्धंदी माने जाते है। इस बार भी दोनों आसपास ही हैं। अमेरिका दुनिया में सुपर पावर कहलाता है तो चीन भी कम नहीं है। चीन हर आयटम का डुप्लीकेट तैयार करने में माहिर माना जाता है।
अमेरिका और चीन ओलंपिक में क्यों इतना आगे रहते हैं। इसकी मुख्य वहां का बेसिक इंफ्रास्टक्चर है। दोनों देशों में स्कूल लेवल पर ही खिलाड़ियों को तैयार कर लिया जाता है। उन्हें कड़ा प्रशिक्षण और सभी मूलभूत और आधुनिक सुविधाएं दी जाती हैं। वहां की सरकारें एथलीटों पर अरबों रुपए खर्च करती हैं।
भारत, पाकिस्तान से पीछे!
पेरिस ओलंपिक में भारत 71वें स्थान पर रहा। भारत ने कुल 6 पदक जीते। इसमें 1 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। भारत के लिए नीरज चोपड़ा को सिल्वर पदक मिला। वहीं, मनु भाकर ने व्यक्तिगत खेल में एक ब्रॉन्ज और सरबजोत सिंह के साथ 1 ब्रॉन्ज मेडल जीता। शूटिंग इंडिविजुअल में स्वप्रिल कुसाले ने कांस्य पदक अपने नाम किया। आखिर में कुश्ती में अमन सहरावत ने भी भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया। 6 पदक जीतने के बाद भी पाकिस्तान मेडल टैली में भारत से आगे निकल गया।
दरअसल पाकिस्तान के अरशद नदीम ने जैवलिन थ्रो में भारत के नीरज चोपड़ा को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया था। इससे पाकिस्तान को गोल्ड मिला और भारत का गोल्ड में खाता ही नहीं खुला। यह वजह है कि पाकिस्तान, भारत से आगे निकल गया।