Paris Olympics: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पहलवान अमन सहरावत को फोन करके बधाई दी। अमन ने एक दिन पहले पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए छठा और कुश्ती में पहला मेडल जीता था। उन्होंने मेंस की 57 किलो फ्री स्टाइल कुश्ती के कांस्य पदक मुकाबले में प्यूर्टोरिको के रेसलर डारियन क्रूज को हरायाा था। ये अमन का पहला ओलंपिक है और वो भारत की तरफ से सबसे कम उम्र के ओलंपिक पदकवीर हैं।
16 जुलाई को 21 साल पूरे करने वाले अमन सेहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए कड़े मुकाबले में प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज पर 13-5 से शानदार जीत दर्ज की थी। उनसे पहले, मशहूर पी वी सिंधु ने 2016 के खेलों में 21 साल, 1 महीने और 14 दिन की उम्र में रजत पदक जीतकर भारत की सबसे कम उम्र की ओलंपिक पोडियम फिनिशर होने का खिताब अपने नाम किया था।
सेहरावत को 21 साल का हुए एक महीना भी नहीं हुआ है। उनके प्रयास से भारत ने अपना छठा पदक जीता और टोक्यो खेलों में सात पदक जीतने के करीब पहुंच गया। पीएम मोदी ने फोन पर ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर बधाई दी। उन्होंने कहा, आपने नाम के अनुसार सारे देश का मन खुशी से भर दिया है। इस पर अमन ने कहा कि देशवासियों का आशीर्वाद था और खेल मंत्रालय, साई की तरफ से भरपूर मदद मिली थी। इसी वजह से यहां तक पहुंच पाया।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं मानता हूं कि अमन आपका जीवन देशवासियों के लिए बड़ी प्रेरणा है। एक तो आप सबसे कम उम्र के एथलीट हैं, जिनसे भारत की तरफ से ओलंपिक मेडल जीता है। आपके पास लंबा समय है और मैं मानता हूं कि आप देश को आगे खुशियों से भर देंगे। इस पर अमन ने पीएम मोदी से वादा किया कि वो 2028 ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड जीतने की पूरी कोशिश करेंगे। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप इस मिशन में सफल होंगे।
अमन ने महज 11 साल की उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया था। प्रधानमंत्री ने इस रेसलर से बातचीत के दौरान इस का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि आपने निजी जीवन में भी बहुत बड़े उतार-चढाव देखे हैं। कम उम्र में माता-पिता को खोने के बाद भी आप डटे रहे। ये भारतवासी के लिए प्रेरणा की बात है।