नई दिल्ली। भारतीय मेंस हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में स्पेन को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। ये भारत का हॉकी में ओलंपिक में लगातार दूसरा पदक था। इससे पहले, भारत ने टोक्यो ओलंपिक में भी हॉकी का कांस्य पदक जीता था। भारत की जीत में गोलकीपर पीआर श्रीजेश का अहम रोल रहा। श्रीजेश ने ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में स्पेन के खिलाफ आखिरी 1 मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर बचाए थे। पेरिस ओलंपिक से पहले ही श्रीजेश ने संन्यास का ऐलान कर दिया था। भारतीय हॉकी टीम में उनका विकल्प कौन होगा? भारतीय गोलकीपर ने इसका जवाब दिया है।
पीआर श्रीजेश ने पेरिस के इंडिया हाउस में हुए कार्यक्रम में अपने विकल्प को लेकर बात की। श्रीजेश ने कहा, कोई खालीपन नहीं होगा। मेरी जगह लेने कोई और आ जाएगा। सभी स्पोर्ट्स में ऐसा ही होता है। सचिन तेंदुलकर थे और अब विराट कोहली आग गए हैं और कल उनकी जगह कोई ले लेगा। इसलिए श्रीजेश कल थे और आगे उनकी कोई जगह ले लेगा।
श्रीजेश, जिन्हें भारतीय जूनियर टीम में मेंटरिंग की भूमिका निभाने का प्रस्ताव दिया गया है, ने कहा कि इन सभी वर्षों में उनका जीवन हॉकी के इर्द-गिर्द ही घूमता रहा और अब जब वे रिटायर हो चुके हैं, तो उन्हें नहीं पता कि वे क्या करेंगे।
श्रीजेश ने कहा, "यह मेरे जीवन को मिस करने जैसा है। मैं हॉकी के अलावा कुछ नहीं जानता। 2002 में जब मैं पहले दिन कैंप में गया था, तब से लेकर अब तक मैं उनके साथ रहा हूं। मुझे नहीं पता कि मुझे किन चीजों की कमी खलेगी, शायद जब मैं घर पहुंचूंगा तो मुझे पता चले। सुबह से ही मैं उनके साथ बाहर रहता हूं- ट्रेनिंग, जिम–हमेशा मजेदार माहौल होता है। जोश से भरा हुआ, टीम मीटिंग, आपको उन पर चिल्लाना पड़ता है, यहां तक कि उन्हें बुरा-भला भी कहना पड़ता है।"