नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के युवा बैटर रचिन रवींद्र ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ माउंट माउंगानुई में खेले जा रहे पहले टेस्ट में इतिहास रचा। उन्होंने दोहरा शतक ठोका है। रचिन 366 गेंद में 240 रन की पारी खेलकर आउट हुए। उन्होंने अपनी इस पारी में 26 चौके और तीन छक्के उड़ाए। वो इस मुकाबले में नंबर-4 पर बैटिंग के लिए उतरे थे और अपने चौथे टेस्ट में ही दोहरा शतक ठोक दिया।
यानी उनके लिए चार नंबर लकी रहा। रचिन के दोहरे शतक की वजह से ही न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 511 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
रचिन ने शतक को डबल सेंचुरी में बदला
ये रचिन रवींद्र के टेस्ट करियर का सबसे बड़ा स्कोर है। जोकि सिर्फ चौथे टेस्ट में ही देखने को मिला है। इससे पहले, 24 साल के इस बैटर ने 3 टेस्ट में 73 रन ही बनाए थे। इस तरह 4 टेस्ट की 7 पारियों में अब उनके खाते में कुल 313 रन हो गए हैं। रचिन रवींद्र अपने पहले टेस्ट शतक पर ही सबसे बड़ी पारी खेलने वाले कीवी बैटर बन गए हैं। उनसे पहले मैथ्यू सिन्क्लेयर ने अपने पहले शतक को डबल सेंचुरी में तब्दील दिया था। उन्होंने 1999 में 214 रन की पारी खेली थी।
चौथा टेस्ट और चौथे नंबर पर दोहरा शतक
रचिन माउंट माउंगानुई टेस्ट के पहले दिन शतक ठोकने के बाद नाबाद रहे थे और दूसरे दिन सोमवार को उन्होंने अपनी सेंचुरी को दोहरे शतक में तब्दील किया। इसके साथ ही वो अपने पहले शतक को डबल सेंचुरी में तब्दील करने वाले न्यूजीलैंड के चौथे बैटर बन गए। उनके लिए ये 4 नंबर लकी रहा। उनका पहला दोहरा शतक चौथे टेस्ट में, 4 नंबर पर बैटिंग करते हुए आया है और वो अपने पहले शतक को ही दोहरे शतक में बदलने वाले न्यूजीलैंड के चौथे बैटर भी बने।
अपने दोहरे शतक के दौरान रचिन रवींद्र ने पूर्व कप्तान केन विलियमसन के साथ तीसरे विकेट के लिए 232 रन की साझेदारी की थी। रचिन के अलावा विलियमसन ने भी शतक ठोका था। ये उनका तीसवां शतक है।