नई दिल्ली। आईपीएल 2024 जैसे टूर्नामेंट में हर मैच में बड़ा दबाव होता है। ऐसे में अगर आप पूरे सीजन में न खेलें और अचानक आपको प्लेऑफ जैसे बड़े मैच में उतार दिया जाए तो निश्चित आप पर दबाव होगा ही। लेकिन, अगर आप इसे दरकिनार कर खेल जाते हैं तो फिर हीरो बनकर निकलते हैं। ऐसा ही कुछ अफगानिस्तान के विकेटकीपर बैटर रहमानुल्लाह गुरबाज ने किया है। गुरजाब आईपीएल 2024 में पहली बार 21 मई को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ क्वालिफायर-1 में बैटिंग करने उतरे। वो भी लक्ष्य का पीछा करते हुए। इसके बावजूद उन्होंने दबाव नहीं लिया और 14 गेंद में 23 रन की पारी खेली। इसमें गुरबाज ने दो छक्के और इतने ही चौके भी उड़ाए।
गुरबाज की 23 रन की पारी स्ट्राइक रेट और बाकी पैमानों पर भले ही छोटी दिखे। लेकिन, प्लेऑफ जैसे हाई प्रेशर मैच में इसका असर बड़ा था और जब मैच के बाद उन्होंने बताया कि वो किस परिस्थिति में अफगानिस्तान से आईपीएल खेलने लौटे तो उनका कद और बड़ा हो गया।
बीमार मां को छोड़कर खेलने आया: गुरबाज
गुरबाज ने केकेआर को मैच जिताने के बाद कहा, "मेरी मां अभी भी बीमार हैं। मैं वहां (अफगानिस्तान में अपने घर) गया था। जब फिल साल्ट नेशनल ड्यूटी के लिए इंग्लैंड लौट रहे थे, तो मुझे केकेआर से फोन आया था। उन्होंने मुझसे कहा कि गुरबाज, हमें आपकी जरूरत है। आपकी स्थिति क्या है?' मैंने कहा कि मैं आऊंगा। मेरी मां अभी भी अस्पताल में ठीक हो रही हैं, मैं उनसे हर दिन बात करता हूं। लेकिन मुझे पता था कि केकेआर को भी मेरी जरूरत है, इसलिए मैं अफगानिस्तान से वापस आया। मेरे लिए ये मुश्किल था। लेकिन मैंने इसे मैनेज किया।"
श्रेयस-वेंकटेश ने अर्धशतक ठोके
गुरबाज ने 160 रन के टारगेट का पीछा करने के दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स को तेज शुरुआत दिलाई। उन्होंने 14 गेंद में 23 रन बनाए और फिल साल्ट की कमी महसूस नहीं होने दी। अच्छी शुरुआत की वजह से बाद में आए बल्लेबाजों पर रनरेट का दबाव नहीं रहा और केकेआर ने 13.4 ओवर में ही जीत का लक्ष्य हासिल कर लिया। केकेआर की तरफ से कप्तान श्रेयस अय्यर ने 24 गेंद में नाबाद 58 रन बनाए। इस पारी में अय्यर ने 5 चौके और 4 छक्के उड़ाए। वहीं, वेंकटेश अय्यर ने भी 28 गेंद में 51 रन बनाए। उन्होंने भी 5 चौके और 4 छक्के मारे।