नई दिल्ली। भारतीय ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ हालिया सीरीज में 500 टेस्ट विकेट पूरे करने के साथ ही अपने 100 टेस्ट भी पूरे किए। अपने करियर में अश्विन की बतौर गेंदबाज सबसे बड़ी खासियत ये रही है कि उन्होंने अपने सामने आने वाली चुनौतियों के लिए खुद को तैयार किया। भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने अश्विन की तारीफ की और कहा कि कोच के रूप में उनके सामने अश्विन हमेशा चुनौती पेश करते हैं।
तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (टीएनसीए) द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह के दौरान द्रविड़ ने कहा, "अश्विन के बारे में एक अच्छी बात ये है कि वो आपको चुनौती देते हैं और एक कोच के रूप में आप खिलाड़ी से ऐसा ही चाहते हैं। उनके साथ ऐसी और यादों का इंतजार है। वह अपनी तरह के अद्वितीय खिलाड़ी हैं। वह हमेशा टीम की सफलता में योगदान देने की इच्छा रखते हैं और मैंने उनके साथ बिताए वक्त का हमेशा आनंद लिया है।"
द्रविड़ स्पिन गेंदबाजी की कला को आगे बढ़ाने के लिए अश्विन को श्रेय देते हुए कहते हैं, ''मुझे उम्मीद है कि वह अभी खत्म नहीं हुए हैं। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और नवीनता के माध्यम से स्पिन गेंदबाजी की कला को आगे बढ़ाया है। यह एक महान विरासत है। ज़बरदस्त! बहुत अच्छा किया और युवा स्पिनरों की एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया है।"
अश्विन का गेंदबाजी रिकॉर्ड उन सभी 22 खिलाड़ियों (गेंदबाजों/ऑलराउंडरों) में सर्वश्रेष्ठ में शुमार है, जिन्होंने उनके बराबर मैच खेले हैं और इस फॉर्मेट में कम से कम 100 विकेट लिए हैं। केवल मुथैया मुरलीधरन (584) ने अपने 100वें टेस्ट मैच में अश्विन के 507 से अधिक विकेट लिए थे। अश्विन का करियर स्ट्राइक-रेट (51.3) भी उनके पहले 99 टेस्ट मैचों में सभी गेंदबाजों में सर्वश्रेष्ठ है। उनका करियर स्ट्राइक रेट भी टेस्ट इतिहास के सभी स्पिनरों में सर्वश्रेष्ठ है।