नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में तीसरा टेस्ट गुरुवार से खेला जाएगा। तीसरे टेस्ट को लेकर रवींद्र जडेजा का क्या रुख है। उन्होंने मैच से पहले बताया। जडेजा के मुताबिक मैं ये नहीं कहूंगा कि इंग्लैंड सबसे मुश्किल टीम है। घर पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड कैसा है, ये सबको पता है। उन्होंने इंग्लैंड की आक्रामक शैली को अपनाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि हमें इसकी आदत डालनी होगी और उनके मुताबिक ही योजना बनानी होगी।
सीरीज के शुरुआती मैच में भारत के प्रदर्शन को लेकर जडेजा ने कहा, "अगर पहले टेस्ट की दूसरी पारी में छोटी गलतियां नहीं होतीं, तो हम नहीं हारते। हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण दूसरा टेस्ट न खेलने के बावजूद, वह निर्णायक तीसरे टेस्ट में अपनी वापसी को लेकर उत्साहित हैं।
चोटिल होना निराशानजक है: जडेजा
चोटों के बारे में अपनी चिंताओं को लेकर जडेजा ने कहा कि यह निराशाजनक है, लेकिन इन दिनों काफी ज्यादा क्रिकेट खेली जा रही है। ऐसे में उन्होंने सावधानी बरतने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि मैं अपना 100 फीसदी देना चाहूंगा और अपने शरीर को बचाऊंगा और जरूरत न होने पर खुद को क्रिकेट से दूर ही रखूंगा। जडेजा चोट के कारण दूसरा टेस्ट नहीं खेले थे।
'पिच से स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल सकती है'
राजकोट टेस्ट में पिच का मिजाज कैसा होगा, इस पर जडेजा ने कहा, यहां का विकेट हर मैच में अलग तरह से खेलता है। जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा पिच से स्पिन गेंदबाजों को जरूर मदद मिलेगी। इससे ये साफ हो गया है कि टीम इंडिया की रणनीति इस टेस्ट में इसी के इर्द-गिर्द रहेगी। बैजबॉल से मिलने वाली चुनौती के बावजूद जडेजा को उम्मीद है कि अगर टीम इंडिया हालत और कंडीशंस के मुताबिक अपने रणनीति पर चल पाई तो फिर राह मुश्किल नहीं होगी।