नई दिल्ली। 2 बार के वर्ल्ड चैंपियन कप्तान रिकी पोंटिंग ने खुलासा किया है कि उन्होंने हर उस बल्ले को संभालकर रखा है, जिससे उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक जमाया है। इतना ही नहीं, उन्होंने बैट पर विरोधी टीम का नाम और स्कोर भी लिख रहा है। पोंटिंग ने युवा खिलाड़ियों को किट देने की डीपी वर्ल्ड बियोंड बाउंड्रीज इनिशिएटिव के मौके पर ये बातें कहीं।
रिकी पोंटिंग ने 2012 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था। पोंटिंग ने अपने करियर में कुल 71 इंटरनेशनल शतक लगाए। इसमें से 41 उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में ठोके थे। पोंटिंग ने इस इवेंट में कहा, आप यकीन करें या नहीं। मेरे पास अब भी घर में मेरा पहला बैट मौजूद है और उस पर पुराने स्टीकर अब भी लगे हैं। हमारे घऱ में करीब 1 हजार बल्ले हैं। जिस भी बैट से मैंने इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक जमाया है, वो घर पर है। इस पर मैंने अपने रन और किस टीम के खिलाफ शतक ठोका, उसका नाम भी लिखा है।
भारत के खिलाफ शतक यादगार:पोंटिंग
पोंटिंग ने इस चर्चा के दौरान अपनी यादगार पारी का जिक्र भी किया। पोंटिंग ने कहा कि भारत के खिलाफ 2003 के विश्व कप फाइनल में नाबाद 140 रन की पारी उनके लिए सबसे स्पेशल है। उस मुकाबले में पोंटिंग ने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को तहस-नहस कर दिया तो अकेले दम पर ऑस्ट्रेलिया को विश्व चैंपियन बना दिया था।
जब पोंटिंग से पूछा गया कि क्या 2003 विश्व कप फाइनल वाला बल्ला भी उनके पास है। इस पर उन्होंने हां में जवाब दिया। इस कार्यक्रम में सौरव गांगुली भी मौजूद थे तो वर्तमान में दिल्ली कैपिटल्स के क्रिकेट डायरेक्टर हैं और 2003 के विश्व कप फाइनल में भारतीय टीम के कप्तान थे। वो पोंटिंग का जवाब सुनकर मुस्कुराने लगे। पोंटिंग ने कहा कि मेरे सारे बैट मैंने घर में किसी शोकेस में नहीं रखे हैं बल्कि गैराज में छुपाकर रखे हैं। गांगुली ने भी इस इवेंट के दौरान याद किया कि उन्हें कब पहला बल्ला मिला था। गांगुली के मुताबिक, वो जब 13 साल के थे, तब उन्हें पहला बैट मिला था। उस बैट से टकराने पर गेंद बहुत तेजी से जाती थी।