नई दिल्ली। टीम इंडिया को टी20 फॉर्मेट में मिडिल ऑर्डर में ऐसे पावर हिटर्स की तलाश है, जो पहली ही गेंद से बड़े शॉट्स लगाने का दम रखते हैं। टीम इंडिया के पास ऐसे 2 खिलाड़ी हैं भी। एक विकेटकीपर बैटर जितेश शर्मा और दूसरे रिंकू सिंह, जिनके लिए छक्के लगाना बाएं हाथ का खेल है। इन दोनों में से कोई एक, टी20 विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मैच फिनिशर का रोल निभा सकता है।
आईपीएल 2023 के दौरान जितेश शर्मा ने अपनी छाप छोड़ी थी। वो 2021 के बाद से टी20 में 30 गेंदों से कम की पारी में तीसरे सबसे तेज स्कोरर थे। बीते 2 साल में केवल 2 बैटर 150 से अधिक की स्ट्राइक रेट से, उनसे अधिक बार 30 या उससे अधिक रन बनाने में कामयाब रहे थे।
उन बैटर्स में, जो टी20 इनिंग्स के दूसरे हिस्से में बैटिंग के लिए आए, उनमें से किसी ने भी जितेश के 194 के स्ट्राइक रेट के बराबर तेजी से रन नहीं बनाए। जितेश की बैटिंग की सबसे खास बात है कि उनकी पावर हिटिंग। 4 नंबर या उससे नीचे बैटिंग के दौरान उनका स्ट्राइक रेट 177 का रहता है और औसत 37। यानी उनके पास बड़े शॉट्स खेलने के अलावा पारी की संभालने की भी काबिलियत है।
रिंकू सिंह का स्ट्राइक रेट जबरदस्त
दूसरी ओर, रिंकू सिंह ने आईपीएल के एक मैच में जिस तरह लगातार 5 गेंद पर 5 छक्के लगा टीम को जीत दिलाई थी, उसने सबको चौंका दिया था। हालांकि, ये करिश्मा रातों-रात नहीं हुआ था।
आईपीएल में रिंकू का औसत 36 और स्ट्राइक रेट 142 है जबकि घरेलू टी20 में वो 32 की औसत और 145 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं। बाएं हाथ का बल्लेबाज होने के कारण ही शायद उन्हें जितेश शर्मा पर तरजीह मिली है और उन्होंने कभी निराश भी नहीं किया। 10 टी20 के बाद रिंकू का स्ट्राइक रेट 188 है और औसत 60 है, जो वाकई शानदार है।
भारतीय क्रिकेट टीम में सेलेक्शन के मामले में जितेश की किस्मत अच्छी नहीं रही है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम में चुने जाने के बाद भी जितेश को केवल आखिरी 2 टी20 में खेलने का मौका मिला था।
आईपीएल की सफलता से रिंकू के लिए बात नहीं बनेगी
आईपीएल के एक-दो सीजन में सफलता के आधार पर टी20 फॉर्मेट में किसी खिलाड़ी की काबिलियत को मापना जोखिम भरा भी हो सकता है। अतीत में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने दीपक हुडा, वरुण चक्रवर्ती को इसी आधार पर टी20 टीम में मौका दिया था, जिसके नतीजे सबके सामने हैं। यही कारण है कि विश्व कप को ध्यान में रखते हुए दक्षिण अफ्रीका में 3 टी20 जितेश और रिंकू के लिए अहम होंगे।
जितेश-रिंकू के लिए दक्षिण अफ्रीका दौरा अहम
एनरिक नॉर्खिया (घायल) और कैगिसो रबाडा (आराम) के अलावा, दक्षिण अफ्रीका 3 टी20 के लिए एक मजबूत प्लेइंग-11 उतारेगा। पिच में उछाल भी बल्लेबाजों की परीक्षा लेगा। यह एक ऐसी चुनौती है, जिससे रिंकू और जितेश को पार पाना होगा। तभी मैच फिनिशर के रूप में इनका दावा मजबूत होगा।
जितेश को कैसे टी20 टीम में मिल सकता है मौका?
मौजूदा स्थिति में जितेश और रिंकू की जगह प्लेइंग-11 या टी20 विश्व कप के स्क्वॉड में बनती नहीं दिख रही। अगर विराट कोहली को टी20 फॉर्मेट से बाहर रखा जाता है तो इसका मतलब है कि विकेटकीपर को 5 नंबर पर बैटिंग करनी होगी। उस सूरत में जितेश शर्मा की जगह टीम में बन सकती है। लेकिन, तब उनका मुकाबला केएल राहुल से हो सकता है, जिन्होंने अतीत में बतौर विकेटकीपर बैटर अपनी उपयोगिता साबित की है।
रिंकू 7 नंबर पर फिट हो सकते हैं
वहीं, रिंकू सिंह को भी भारतीय टी20 टीम की प्लेइंग-11 में तभी जगह मिलेगी, जब टीम इंडिया उन्हें नंबर 7 पर खिलाएगी. क्योंकि फिट हार्दिक पंड्या का नंबर-6 पर खेलना तय है। लेकिन नंबर 7 पर रिंकू की मौजूदगी की वजह से भारतीय गेंदबाजी कमजोर हो जाती है। किसी दिन भी अगर 4 मुख्य गेंदबाजों में से किसी ने खराब बॉलिंग की तो फिर टीम पर दबाव बढ़ जाएगा।
ऐसे में रिंकू और जितेश दोनों के पास दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान भारतीय टीम मैनेजमेंट और सेलेक्टर्स को अपनी काबिलियत दिखानी होगी।