Riyan Parag Fastest Century Record : रियान पराग का बल्ला घरेलू क्रिकेट में जमकर बोल रहा। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कोहराम मचाने के बाद रियान ने रणजी ट्रॉफी के नए सीजन में धमाकेदार आगाज किया। असम की कप्तानी कर रहे रियान ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक जमाया।
रियान ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ मैच में महज 56 गेंद में अपना शतक पूरा किया। उन्होंने इस दौरान 7 चौके और इतने ही छक्के उड़ाए। रणजी ट्रॉफी में सबसे तेज शतक ठोकने का रिकॉर्ड ऋषभ पंत के नाम है। उन्होंने झारखंड के खिलाफ महज 48 गेंद में अपने 100 रन पूरे किए थे। वहीं, दो और बैटर राजेश बोरा (1987-88) और वीबी चंद्रशेखर(1988-99) ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रियान के बराबर 56 गेंद में शतक ठोके हैं।
रियान ने रणजी ट्रॉफी में ठोका तूफानी शतक
असम की कप्तानी कर रहे रियान यहीं नहीं थमे। उन्होंने 83 गेंद में ही अपने 150 रन पूरे किए। वो 87 गेंद में 155 रन की पारी खेल आउट हुए। अपनी इस पारी में रियान ने 12 छक्के और 11 चौके मारे। इस शतक के बाद भी रियान छत्तीसगढ़ के खिलाफ अपनी टीम असम की हार नहीं टाल पाए। लेकिन, उन्होंने असम को पारी के अंतर से हारने से जरूर बचाया।
असम को पारी की हार से बचाया
मुकाबले की अगर बात करें तो छत्तीसगढ़ ने पहली पारी में 327 रन बनाए थे। जवाब में असम की पूरी टीम पहली पारी में 159 रन पर ढेर हो गई थी। कप्तान रियान भी 8 रन ही बना पाए थे। फॉलोऑन झेल रही असम की टीम की दूसरी पारी में भी शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। ऐसा लग रहा था कि असम को पारी की हार झेलनी पड़ेगी। लेकिन, रियान एक छोर पर अंगद के पैर की तरह डट गए और उन्होंने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी की।
छत्तीसगढ़ ने 10 विकेट से मैच जीता
रियान ने महज 56 गेंद में शतक ठोक डाला। वो 87 गेंद में 155 रन बनाकर आउट हुए। रियान ने अकेले दम पर असम को छत्तीसगढ़ पर दूसरी पारी में बढ़त दिलाने का काम किया। रियान की 155 रन की पारी की बदौलत छत्तीसगढ़ ने फॉलोऑन खेलते हुए दूसरी पारी में 254 रन बनाए। इस तरह छत्तीसगढ़ को जीत के लिए 87 रन का टारगेट मिला, जिसे मेजबान टीम ने बिना विकेट गंवाए हासिल कर लिया।