नई दिल्ली। भारत ने पहला टेस्ट हारने के बाद इंग्लैंड को लगातार 4 मुकाबलों में हराकर 5 मैच की सीरीज अपने नाम की। भारत की इस सीरीज जीत में कप्तान रोहित शर्मा का भी बड़ा हाथ रहा। इस सीरीज में विराट कोहली, केएल राहुल जैसे दिग्गज खिलाड़ी नहीं खेले। जसप्रीत बुमराह को भी रेस्ट देना पड़ा। इसके बावजूद रोहित ने युवाओं के दम पर टीम को जीत दिलाने का काम किया। इस ऐतिहासिक सीरीज जीत के बाद रोहित का रिटाय़रमेंट पर बड़ा बयान आया है।
धर्मशाला टेस्ट में इंग्लैंड को पारी और 64 रन से रौंदने के बाद रोहित ने जियो सिनेमा पर बातचीत के दौरान अपने रिटायरमेंट प्लान का खुलासा किया। रोहित ने कहा, एक दिन मैं जागूंगा और ये महसूस करूंगा कि मैं अच्छा नहीं हूं, तो मैं तुरंत संन्यास ले लूंगा। लेकिन, पिछले कुछ सालों से मैं अपने जीवन का बेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं। रोहित की इस बात में दम है, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 2 शतक ठोकने के साथ ही 400 रन से ज्यादा बनाएं।
रोहित ने इंग्लैंड पर सीरीज जीत का श्रेय पूरी टीम को दिया। उन्होंने कहा, जब आप इस तरह की टेस्ट सीरीज जीतते हैं तो फिर सारी बातें सही जगह पर होना जरूरी है। लोगों का आना-जाना लगा रहता है। उन्होंने युवा खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की। रोहित ने कहा कि इन (युवा) लोगों के पास शायद अनुभव की कमी है, उन्होंने बहुत क्रिकेट खेला है और मैं यहां खड़ा होकर देख सकता हूं कि इन लोगों ने दबाव में बहुत अच्छी प्रतिक्रिया दी। इसका श्रेय पूरी टीम को जाता है और यह देखकर अच्छा लगा।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत आमतौर पर टेस्ट सीरीज की शुरुआत धीमी गति से करता है और फिर चीजें लय में आती हैं। यह शर्म की बात है कि इंग्लैंड दौरे से पहले दक्षिण अफ्रीका सीरीज सिर्फ दो मैचों की थी। रोहित ने कहा, "हम आम तौर पर पहला टेस्ट हारते हैं और फिर बाद के मैचों में सुधार करते हैं, इसलिए मुझे निराशा हुई कि हमने दक्षिण अफ्रीका में केवल दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेली।"