नई दिल्ली। भारत ने लंबे इंतजार के बाद टी20 विश्व कप जीता था। फाइनल में साउथ अफ्रीका साथ कड़ी टक्कर के बाद टीम इंडिया को जीत नसीब हुई थी। अब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप फाइनल के सबसे नर्वस पल का खुलासा किया है। फाइनल में एक वक्त पर साउथ अफ्रीका को 30 गेंद में 30 रन की दरकार थी और उसके 6 विकेट बाकी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने हौसला और हिम्मत नहीं हारी और मैच मुठ्ठी में कर 2007 के बाद टी20 विश्व कप पर कब्जा जमाया।
टी20 विश्व कप के फाइनल में हेनरिक क्लासेन जबरदस्त बल्लेबाजी कर रहे थे। वो भारतीय स्पिनर के खिलाफ लगातार बड़े शॉट्स लगा रहे थे। ऐसा लग रहा था कि अब टीम इंडिया के लिए वापसी मुश्किल है। उन्होंने महज 23 गेंद में फिफ्टी ठोक दी थी। लेकिन, उनके आउट होते ही मैच का पूरा रुख पलट गया। रोहित ने डलास में हुए एक इवेंट के दौरान खुलासा किया कि फाइनल के दौरान वो कब सबसे ज्यादा नर्वस हुए थे। रोहित ने कहा, आखिरी 5 ओवर में मुझे कुछ सूझ नहीं रहा था। दिमाग एकदम खाली था। मैं बहुत दूर तक नहीं देखता। मेरे लिए वर्तमान में रहना और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करना बहुत महत्वपूर्ण है। हम सभी के लिए शांत रहना और अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने का प्रयास करना बहुत महत्वपूर्ण था।"
आखिरी पांच ओवर में मुझे सूझ नहीं रहा था: रोहित
रोहित ने आगे कहा, "जब हम बहुत दबाव में थे और दक्षिण अफ्रीका को 30 गेंदों पर 30 रन चाहिए थे, तो हमने जो पांच ओवर फेंके, उससे पता चलता है कि हम कितने शांत थे। हमने सिर्फ अपने काम पर ध्यान केंद्रित किया, किसी और चीज के बारे में ज्यादा नहीं सोचा। हम घबराए नहीं; यह हमारी तरफ से बहुत अच्छा था।"
भारत को अंतिम पांच ओवरों में केवल 29 रन का बचाव करना था। हालांकि, जसप्रीत बुमराह ने एक बार फिर भारत के लिए संकटमोचक साबित हुए थे, उन्हें साथी तेज गेंदबाजों हार्दिक पांड्या और अर्शदीप सिंह से बेहतरीन समर्थन मिला था। बुमराह ने आखिरी ओवर में केवल छह रन दिए और मार्को जेनसन का महत्वपूर्ण विकेट लिया। अर्शदीप ने अंतिम ओवर में दबाव बनाए रखा और केवल चार रन दिए थे।
हार्दिक ने 17वें ओवर में खतरनाक क्लासेन को आउट करके निर्णायक झटका दिया था। इसके बाद ऑलराउंडर ने अंतिम ओवर की गेंदबाजी की जिम्मेदारी ली और सूर्यकुमार यादव के अविश्वसनीय कैच की बदौलत पहली ही गेंद पर अच्छी तरह से सेट डेविड मिलर को आउट कर दिया। मिलर के आउट होने के बाद, भारत ने मैच अपनी मुठ्ठी में कर लिया और 7 रन से जीत हासिल की और आईसीसी खिताब के 11 साल के सूखे को खत्म किया।