नई दिल्ली। रोहित शर्मा ऐसे कप्तान हैं, जो अपनी भावनाओं को जाहिर करने में हिचकिचाते नहीं हैं। हालांकि, उनके रिएक्शन पूर्व कप्तान विराट कोहली जैसे आक्रामक नहीं होते हैं। मौका पड़ने पर रोहित साथी खिलाड़ियों को डांट लगाते हैं तो नसीहत देने से भी नहीं चूकते। जैसा उन्होंने पिछले टेस्ट में सरफराज खान को दिया था। जब वो बिना हेलमेट के बल्लेबाज के पास फील्डिंग करने के लिए खड़े हो गए थे। तब रोहित ने इस बैटर से कहा था ज्यादा हीरो मत बनो, चुपचाप हेलमेट पहन लो। ऐसा ही कुछ उन्होंने धर्मशाला टेस्ट के पहले दिन भी किया।
इंग्लैंड की पारी के 11वें ओवर में जसप्रीत बुमराह की एक अंदर आती गेंद पर जैक क्राउली ने लेग साइड की तरफ खेला। मोहम्मद सिराज गेंद के पीछे थे। गेंद पकड़ने से पहले ही वो गिर गए। सिराज दर्द में थे क्योंकि वो घुटने के बल गिर गए थे। किसी टेस्ट मैच के पहले दिन अगर आपका स्ट्राइक गेंदबाज ही घुटना पकड़कर बैठ जाए तो कप्तान का चिंतित होना लाजिमी है। लेकिन, रोहित ने अलग तरीके से इस परिस्थिति को डील किया।
रोहित ने बढ़ाया सिराज का हौसला
जैसे ही उन्होंने सिराज को दर्द में तड़पते देखा तो वो जोर से चिल्लाने लगे कि उठ जा...उठ जा शाबाश। ये खिलाड़ियों को मोटिवेट करने का रोहित शर्मा का तरीका है। सिराज कुछ देर का वक्त लिया और वो खड़े हो गए। इस घटना से पहले तक सिराज लगातार 5 ओवर फेंक चुके थे। इस चोट के बाद तो शायद ही किसी को लगा होगा कि सिराज एक और ओवर गेंदबाजी करेंगे। लेकिन, रोहित ने उन्हें एक और थमा दिया और सिराज ने लगातार छठा ओवर फेंका।
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सिराज ने अपने छठे ओवर में जैक क्राउली को करीब-करीब फंसा ही लिया था। लेकिन, अंपायर्स कॉल की वजह से इंग्लिश बैटर बच गया। इससे पहले, कुलदीप यादव ने पहले दिन लंच से पहले इंग्लैंड के दो बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। खबर लिखे जाने तक इंग्लैंड ने 4 विकेट गंवा दिए थे और चारों ही सफलताएं कुलदीप की झोली में आई थी।