नई दिल्ली। टीम इंडिया से बाहर चल रहे श्रेयस अय्यर का आखिरकार बल्ला बोला। अय्यर ने विदर्भ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल की दूसरी पारी में तूफानी अर्धशतक ठोका। अय्यर ने 62 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने 6 चौके और 2 छक्के मारे। अय्यर की इस पारी की वजह से मुंबई ने रणजी ट्रॉफी के फाइनल में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। अब मुंबई की बढ़त 380 रन के पार हो गई है।
श्रेयस अय्यर ने 14 महीने बाद फर्स्ट क्लास क्रिकेट में फिफ्टी ठोकी है। ये उनकी 30वीं फर्स्ट क्लास फिफ्टी है। श्रेयस तीसरे दिन कप्तान अजिंक्य रहाणे (73) के आउट होने पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे और शुरुआती से ही उन्होंने विदर्भ के गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया। पहली पारी में बाउंसर पर आउट होने के बाद विदर्भ की शॉर्ट बॉल की रणनीति की दूसरी पारी में हवा निकाल दी। उनका फुटवर्क और शॉट सेलेक्शन काफी अच्छा था।
श्रेयस ने विदर्भ के खिलाफ फिफ्टी ठोकी
रणजी ट्रॉफी 2023-24 सीजन में ये श्रेयस का पहला अर्धशतक है और वो मुंबई के लिए तीसरा मुकाबला खेल रहे। दिसंबर 2022 में मीरपुर में अपनी मैच विजयी 87 रन की पारी के बाद से अय्यर ने प्रथम श्रेणी अर्धशतक नहीं लगाया है। अय्यर ने पिछली 14 टेस्ट पारियों में एक बार भी 50 प्लस स्कोर नहीं किया है।
सचिन भी मुंबई की बल्लेबाजी देखने पहुंचे
खुद सचिन तेंदुलकर भी वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई की पारी के दौरान मौजूद रहे। इसके अलावा कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच चंद्रकांत पंडित भी स्टैंड्स में मौजूद थे। बता दें कि श्रेयस अय्यर आईपीएल 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स की कप्तानी करेंगे।
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श्रेयस को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में नहीं मिली जगह
बता दें कि श्रेयस अय्यर को रणजी ट्रॉफी को नजरअंदाज करने की वजह से बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह नहीं दी थी। इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआती दो टेस्ट के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। अय्यर की बल्लेबाजी को लेकर लगातार आलोचना हो रही थी। रणजी ट्रॉफी फाइनल की पहली पारी में भी वो नाकाम रहे थे और शॉर्ट गेंद के जाल में फंसकर आउट हो गए थे। लेकिन, दूसरी पारी में अय्यर ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी की और अपना अर्धशतक पूरा किया।