नई दिल्ली। ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि कोई बल्लेबाज लगातार 2 टेस्ट में दोहरे शतक ठोके हों। बीते हफ्ते यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ये कमाल दिखाया है। वो विराट कोहली, विनोद कांबली के लिए लगातार दो दोहरे शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय बने थे।
इतना ही नहीं, 22 साल के यशस्वी जायसवाल डॉन ब्रैडमैन और विनोद कांबली के बाद दो दोहरे शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा बैटर बने थे। इसके बावजूद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने यशस्वी की बहुत ज्यादा तारीफ नहीं की। ये बाहर बैठे लोगों के लिए ताज्जुब की बात हो सकती है लेकिन, यशस्वी के साथी शुभमन गिल ने रोहित के ऐसा नहीं करने की असल वजह बताई।
यशस्वी जबरदस्त खिलाड़ी हैं
शुभमन गिल ने रांची टेस्ट से पहले मीडिया से बातचीत में कहा कि टीम मैनेजमेंट ये नहीं चाहती है कि यशस्वी की उपलब्धियों के बारे में बहुत ज्यादा बात हो। ताकि इस खिलाड़ी का अपने खेल पर से फोकस न हटे। गिल ने इशारा किया कि रोहित इस सीरीज के आखिर में यशस्वी के प्रदर्शन के बारे में बात कर सकते हैं।
रोहित भाई यशस्वी के बारे में बाद में बात करेंगे:गिल
गिल ने कहा,"मुझे नहीं लगता कि युवाओं के विनम्र न होने में कोई समस्या है। हमने जयसवाल को लगातार दोहरे शतक बनाते हुए देखा है। अगर आपके अंदर यह क्षमता नहीं है,तो आप बैक-टू-बैक डबल सेंचुरी नहीं जमा सकते हैं। दुनिया में ऐसे बहुत कम क्रिकेटर हैं, जिन्होंने लगातार दो दोहरे शतक ठोके हैं। इसलिए यशस्वी निश्चित रूप से जबरदस्त खिलाड़ी हैं। हमने इसे देखा है। मुझे लगता है कि उन्होंने लगभग आठ या नौ टेस्ट खेले हैं।मुझे नहीं लगता कि कोई सोच-समझकर लिया गया फैसला है। शायद रोहित भाई उस समय इस बारे में बात नहीं करना चाहते थे।"
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यशस्वी ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की 6 पारियों में 545 रन बनाए हैं। ये आठवीं बार है जब इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में किसी भारत ने 500 से अधिक रन बनाए हैं। अगर वो अगले दो टेस्ट में 111 रन और जोड़ लेते हैं तो फिर वो विराट कोहली (655 रन, 2016-17 सीरीज) का इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।