नई दिल्ली। भारत ने इंग्लैंड को रांची में खेले गए चौथे टेस्ट में 5 विकेट से हराया। इस जीत के साथ ही भारत ने इंग्लैंड पर पांच टेस्ट की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त ले ली। ये बेन स्टोक्स के कप्तान और ब्रेंडन मैकुलम के कोच बनने के बाद इंग्लैंड की पहली टेस्ट सीरीज हार है। भारत की जीत में शुभमन गिल का अहम रोल रहा। जब एक छोर से लगातार विकेट गिर रहे थे, तो उन्होंने दूसरे छोर को संभाले रखा और अर्धशतक ठोक टीम को रोमांचक जीत दिलाई। मैच के बाद उन्होंने भी माना कि हम पर दबाव था।
शुभमन गिल ने मैच के बाद जियो सिनेमा पर कहा, "हम दबाव में थे, लेकिन हमारे सलामी बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की। जुरेल ने आकर दबाव हटा दिया, उन्होंने स्थिति देखी और उसके मुताबिक बल्लेबाजी की। इंग्लैंड के फील्डर्स को बाउंड्री पर लगा रखा था, तो हमने भी तय कर रखा था कि हम ओवर को मेडन नहीं जाने देंगे और लगातार स्ट्राइक रोटेट करते रहेंगे। जुरेल ने पहली पारी में भी शानदार बैटिंग की थी और दूसरी में भी उन्होंने ऐसा ही माइंडसेट दिखाया था। मैंने भी ये फैसला कर लिया था कि मैं इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ पैरों का ज्यादा से इस्तेमाल करूंगा ताकि किसी तरह से एलबीडब्ल्यू से बचा रहूं।"
गिल ने आगे कहा, "हमारे लिए ये जीत बेहद मायने रखती है। क्योंकि इस सीरीज में हमारे पास बल्लेबाजी में ज्यादा गहराई नहीं थी। पहले टेस्ट के बाद ही केएल राहुल चोटिल हो गए थे। लेकिन, रोहित भाई ने हमें सपोर्ट किया और खुलकर खेलने का आत्मविश्वास दिलाया। इसी की वजह से हम टीम को जीत दिलाने में सफल रहे।"
शुभमन गिल और ध्रुव जुरेल के बीच रांची टेस्ट की दूसरी पारी में छठे विकेट के लिए नाबाद 72 रन की साझेदारी हुई। गिल ने नाबाद 52 और जुरेल ने 39 रन की पारी खेली।