नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को मुंबई में खेले गए इकलौते टेस्ट में हराया था। इस मुकाबले में टीम इंडिया की जीत में स्मृति मंधाना का अहम रोल रहा था। इस जीत के बाद मंधाना कौन बनेगा करोड़पति शो (KBC 15) में पहुंचीं। इस शो पर मंधाना के साथ भारतीय विकेटकीपर बैटर ईशान किशन भी थे। मंधाना ने केबीसी के होस्ट अमिताभ बच्चन को अपने क्रिकेटर बनने की कहानी सुनाई।  

स्मृति मंधाना ने शो में बताया कि उनके पिता चाहते थे कि वह क्रिकेटर बनें क्योंकि वह खुद अपनी नौकरी के कारण इस खेल में करियर नहीं बना सके थे। स्मृति ने कहा, "जब मेरे पिता छोटे थे, तो उन्हें क्रिकेट खेलना बहुत पसंद था। दुख की बात है कि मेरे पिता क्रिकेट को करियर के रूप में नहीं अपना सके। इसीलिए वह चाहते थे कि उनके दोनों बच्चे क्रिकेट खेलें। उन्हें उम्मीद थी कि हममें से किसी एक को भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा। इसलिए, जब मैं छोटी थी तब से क्रिकेट के बारे में सुनती आ रही हूं, शायद तब भी जब मैं अपनी मां के गर्भ में थी और शायद मेरे क्रिकेटर बनने की शुरुआत भी मां के पेट से ही हो गई थी।"

कैसे बाएं हाथ की बैटर बनीं स्मृति?
मंधाना ने इस शो में ये भी बताया कि कैसे भाई को नेट्स पर बैटिंग करते देख वो दाएं हाथ की जगह बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने लगीं। भारतीय ओपनर ने कहा, "मैं अभ्यास सत्र में जाती थी और नेट्स में भाई के पीछे खड़े होकर बल्लेबाजी करना सीखा। हालांकि, मैं स्वाभाविक रूप से दाएं हाथ से बल्लेबाजी करती थी, मेरा भाई बाएं हाथ से बैटिंग करता था। इसलिए मैंने उसे देखकर बाएं हाथ से बैटिंग करना सीखा। मैं भाई के पीछे खड़ी होकर देखती थी और इस तरह मेरी क्रिकेट यात्रा शुरू हुई।"

स्मृति मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इकलौते टेस्ट में शानदार बल्लेबाजी की थी। उन्होंने पहली पारी में 74 और 38 रन बनाए थे।