नई दिल्ली। डेविड वॉर्नर के संन्यास के बाद से स्टीव स्मिथ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के लिए ओपनिंग कर रहे हैं। बतौर ओपनर प्रदर्शन को लेकर स्मिथ की लगातार आलोचना हो रही है। हालांकि, उन्होंने उन आलोचकों को करारा जवाब दिया है, जिन्होंने ये कहा था कि स्मिथ को ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट में ओपनिंग नहीं करनी चाहिए।
डेविड वॉर्नर के रिप्लेसमेंट के रूप में टेस्ट की पहली तीन पारियों में नाकाम रहने के बाद स्टीव स्मिथ ने गाबा टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की थी। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया वो टेस्ट 8 रन से हार गया था। लेकिन, स्मिथ ने उस टेस्ट की दूसरी पारी में नाबाद 91 रन बनाए थे। स्मिथ, जिन्होंने अपने 32 टेस्ट शतकों में से 27 नंबर 3 या नंबर 4 पर ठोके हैं। जोर देकर कहते हैं कि उन्होंने ओपनिंग के बारे में अपनी अप्रोच के बारे में ज्यादा नहीं सोचा और वो अब बतौर ओपनर सहज हो गए हैं।
अब बतौर ओपनर मेरा औसत 60 का: स्मिथ
स्टीव स्मिथ ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के हवाले से कहा, "मैं दो या तीन पारियों में नाकाम रहा, इसके बारे में बहुत सारे कमेंट किए गए- मैं एक बार नॉट आउट रहा और दो बार कम स्कोर किया था। लेकिन, अब ओपनर के तौर पर मेरा औसत 60 का है। मेरे लिए ओपनिंग भी बैटिंग की एक पोजीशन भर है। मैं पहली भी कई बार नई गेंद का सामना कर चुका हूं। मैं टीम के लिए टेस्ट में पारी की शुरुआत को काफी पसंद कर रहा हूं। अगर टीम को लगता है कि मेरा नीचे बैटिंग करना उचित है तो मैं तैयार हूं। मैं उस काम को करने को तैयार हूं, जो टीम चाहेगी।"
स्मिथ ने गाबा टेस्ट में नाबाद 91 रन बनाए थे
स्मिथ हाल में ही वेस्टइंडीज के खिलाफ गाबा टेस्ट में ओपनिंग करते हुए नाबाद लौटे थे। वो 2011 में डेविड वॉर्नर के बाद ऐसा करने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बैटर बने थे। वो गाबा टेस्ट में इकलौते बैटर थे, जिसने शमर जोसेफ का डटकर सामना किया था। जोसेफ ने उस टेस्ट की दूसरी पारी में 68 रन देकर 7 विकेट झटके थे। शमर की तूफानी गेंदबाजी की बदौलत वेस्टइंडीज ने 1997 के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट जीता था।