Sumit Nagal Australian Open : भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने इतिहास रचा है। वो ऑस्ट्रेलियन ओपन के मेंस सिंगल्स के दूसरे दौर में पहुंच गए। सुमित ने मेन राउंड के पहले दौर में वर्ल्ड नंबर 31वें एलेक्जेंडर बबलिक को हराया। नागल ने यह मैच सीधे सेटों में 6-4, 6-2, 7-6 से जीता। दूसरे दौर में सुमित की टक्कर मैकेंजी मैक्डोनाल्ड और शैंग युंचेंग के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगी। 

सुमित नागल 1989 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में रमेश कृष्णन के बाद किसी ग्रैंड स्लैम में वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को हराने वाले पहले भारतीय बने। 35 साल पहले रमेश कृष्णन ने दूसरे राउंड में स्वीडन के मैट्स विलेंडर को शिकस्त दी थी। तब विलेंडर दुनिया के नंबर-1 टेनिस प्लेयर थे।

इससे पहले, भारत के टॉप रैंक टेनिस प्लेयर सुमित ने स्लोवाकिया के एलेक्स मोल्कन को हराया था। अपने करियर में चौथी बार सुमित ने मेजर टूर्नामेंट के मुख्य ड्रॉ में पहुंचने के लिए एक भी सेट नहीं गंवाया। 

सुमित दूसरी बार ग्रैंड स्लैम के मेन राउंड में जीते
सुमित ने दूसरी बार किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के मेन राउंड में जीत दर्ज की है। इससे पहले, 2020 यूएस ओपन में, नागल 7 साल पहले सोमदेव देववर्मन के बाद किसी ग्रैंड स्लैम में मुख्य ड्रॉ मैच जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।

नागल खुद 2021 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में ग्रैंड स्लैम के मेंस सिंगल्स के मेन ड्रॉ में खेलने वाले आखिरी भारतीय थे। तब उन्हें एशिया पैसेफिक रीजन के एक खिलाड़ी के लिए रिजर्व वाइल्डकार्ड के तहत एंट्री मिली थी। 

सुमित क्वालिफाइंग राउंड में एक भी सेट नहीं हारे
सुमित पिछले साल चोट के कारण ज्यादातर वक्त एटीपी रैंकिंग में टॉप-500 से बाहर थे। लेकिन, उससे उबरने के बाद उन्होंने जबरदस्त खेल दिखाया और अपनी रैंकिंग को 122 तक ले आए। वो ऑस्ट्रेलियन ओपन के क्वालिफाइंग इवेंट में भी अच्छी लय में दिखे थे और तीन मैच के दौरान एक भी सेट नहीं हारे थे।