नई दिल्ली। भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट को बुधवार देर रात फ्री स्टाइल कुश्ती के 50 किलो वेट कैटेगरी के फाइनल में उतरना था। लेकिन, तय सीमा से वजन 100 ग्राम अधिक होने की वजह से विनेश अयोग्य हो गईं और पेरिस ओलंपिक से बाहर हो गईं। अब विनेश की मेडल की सारी उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं। भारतीय ओलंपिक संघ ने इस मामले में कड़ा विरोध जताया है और ओएए अध्यक्ष पीटी उषा यूनाइडेट रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष से मुलाकात भी करेंगी। इस बीच, UWW के प्रमुख नेनाद लालोविक का इस विवाद पर बयान आया है।
एक मीडिया हाउस से बातचीत के दौरान यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के प्रमुख नेनाद लालोविक ने विनेश के डिस्क्वालिफिकेशन को लेकर निराशा जताई। उन्होंने कहा, "हमें नियमों का सम्मान करना चाहिए। मुझे बहुत दुख है कि विनेश के साथ क्या हुआ। वजन बहुत कम था। लेकिन नियम तो नियम होते हैं और सारी बात सार्वजनिक है। सभी एथलीट वहां हैं और किसी ऐसे एथलीट को इवेंट में शामिल करना असंभव है, जो अपने वजन के दायरे में नहीं हैं।"
नेनाद ने आगे कहा कि नामुमकिन (उसे पदक देना था क्योंकि वो फाइनल में पहुंचीं थी) क्योंकि ब्रैकेट बदल रहे, सब बदल रहा। जो आगे बढ़ता है, उसे पता होता है कि उसके पास दूसरा रास्ता भी है। अपील जरूर की गई है। लेकिन मुझे ऐसा कुछ नहीं दिखता जो इस मामले में किया जा सके। इवेंट जारी है।
विनेश ने मंगलवार को सेमीफाइनल बाउट में क्यूबा की लोपेज गुजमान को 5-0 से हराया था। वह ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं थीं। विनेश का पेरिस ओलंपिक में सफर शानदार रहा। सेमीफाइनल से पहले उन्होंने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की लिवाच उकसाना को 7-5 से हराया था और प्री क्वार्टर फाइनल में भारतीय रेसलर ने ओलंपिक चैंपियन को धूल चटाई थी।