Vinesh Phogat CAS decision: भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला एक बार फिर टल गया है। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने मंगलवार, 13 अगस्त को नई तारीख दी। अब इस मामले का फैसला 16 अगस्त को रात 9:30 बजे सुनाया जाएगा। इससे पहले 10 अगस्त को भी CAS ने फैसला टाल दिया था। 9 अगस्त को तीन घंटे की सुनवाई के दौरान विनेश ने भी वर्चुअल रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर हुईं थी डिसक्वालिफाई
विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) में फाइनल मैच से पहले 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। प्री-प्रारंभिक राउंड में विनेश का वजन निर्धारित 50 किलोग्राम कैटेगरी (Weight Category) से कम था, लेकिन अंतिम मैच से पहले उनके वजन में मामूली वृद्धि हो गई थी। इसके चलते विनेश ने संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल की मांग की थी।
विनेश के पक्ष में रखे गए तर्क
विनेश फोगाट के वकील ने तर्क दिया कि 100 ग्राम का वजन बहुत कम होता है। यह एथलीट के वजन का 0.1% से 0.2% ही होता है। गर्मी के मौसम में शरीर में सूजन के कारण वजन में मामूली वृद्धि हो सकती है। विनेश को एक दिन में तीन मुकाबले लड़ने पड़े थे, जिसके दौरान उन्हें ऊर्जा बनाए रखने के लिए खाना भी खाना पड़ा। इस वजह से उनका वजन 52.7 किलोग्राम तक पहुंच गया।
पहलवान की जिम्मेदारी होती है वजन का प्रबंधन
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, "वजन प्रबंधन खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी होती है। खासतौर पर कुश्ती (Wrestling), भारोत्तोलन (Weightlifting), बॉक्सिंग (Boxing) और जूडो (Judo) जैसे खेलों में। इन खेलों में एथलीट्स और उनके कोच की जिम्मेदारी होती है कि वे वजन प्रबंधन का ध्यान रखें, न कि IOA द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी और उनकी टीम की।"
CAS का फैसला मानेंगे: थॉमस बाख
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाख ने कहा, "अगर आप सामान्य रूप से किसी कैटेगरी में दो सिल्वर मेडल देने की बात कर रहे हैं, तो मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन के नियमों का पालन होना चाहिए। वजन कट का निर्णय यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (United World Wrestling) का था। अगर हम 100 ग्राम की छूट दें, तो 102 ग्राम क्यों नहीं? अब यह मामला कोर्ट में है, हम CAS के फैसले का पालन करेंगे।"
विनेश कर चुकी हैं रिटायरमेंट का ऐलान
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक फाइनल से पहले अयोग्य घोषित होने के बाद कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान किया। उन्होंने गुरुवार को एक पोस्ट में लिखा, "मां कुश्ती, तुमसे हार गई, माफ करना। तुम्हारा सपना, मेरी हिम्मत सब टूट गया। अब मुझमें और ताकत नहीं बची। अलविदा कुश्ती 2001-2024, मैं हमेशा तुम्हारी आभारी रहूंगी, माफ करना।" इस पोस्ट के बाद उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वे काफी निराश नजर आ रही हैं।
जानें CAS क्या है? कब हुई थी इसकी स्थापना
कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) एक संगठन है जो खेल से जुड़े कानूनी विवादों को समाप्त करने के लिए बनाया गया है। इसकी स्थापना 1984 में हुई थी। इसका मुख्यालय लुसाने, स्विट्जरलैंड में स्थित है, जबकि इसके कोर्ट न्यूयॉर्क और सिडनी में भी हैं। इसके अलावा, मौजूदा ओलंपिक शहरों में अस्थायी कोर्ट भी बनाए जाते हैं। इसी कारण पेरिस में विनेश फोगाट का मामला CAS के तहत सुना जा रहा है।