Vinesh Phogat CAS Decision: विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में रजत पदक मिलेगा या नहीं, इसका फैसला अब 13 अगस्त को आएगा। यह जानकारी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने दी। पहले कहा जा रहा था कि CAS भारतीय समयानुसार शनिवार (10 अगस्त) को 9:30 बजे अपना फैसला सुनाएगा, लेकिन कोर्ट ने इसकी समय सीमा बढ़ा दी है। 

बता दें कि विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में 50 किलो फ्री स्टाइल वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक ही दिन में वो ओलंपिक चैंपियन समेत 3 रेसलर को हराने के बाद फाइनल में पहुंचीं थीं। हालांकि, फाइनल बाउट से पहले सुबह उनका वजन 100 ग्राम अधिक निकल गया था। इसी वजह से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया और वो फाइनल बाउट नहीं लड़ सकीं। इस वेट कैटेगरी का गोल्ड अमेरिकी रेसलर ने जीता था। इसके बाद विनेश ने खेल कोर्ट में अपील दाखिल की थी। इस पर शुक्रवार को सुनवाई पूरी हो गई। इस मामले में विनेश ने वर्चुअल पेश होकर अपना पक्ष रखा। 

भारतीय ओलंपिक संघ ने एक बयान में कहा कि उसे विनेश के मामले के सकारात्मक समाधान की उम्मीद है। आईओए के मुताबिक, मामला खेल कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए आईओए केवल यह कह सकता है कि एकमात्र मध्यस्थ डॉ. एनाबेले बेनेट एसी एससी (ऑस्ट्रेलिया) ने सभी पक्षों  विनेश फोगट, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ-साथ आईओए के पक्ष को करीब तीन घंटे तक सुना।" विनेश की तरफ से पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने दलीलें दीं।

विनेश के पक्ष में क्या दलीलें रखीं गईं?
विनेश फोगाट के पक्ष में क्या दलीलें रखीं गईं। आइए सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं। 

  • विनेश ने 6 अगस्त को अपने वजन के साथ तीन मुकाबले जीते थे, और इसलिए फाइनल में उनका प्रवेश वैध था। 
  • एक दिन में 3 मुकाबलों के बाद विनेश को अपने शरीर को ठीक करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और भोजन की जरूरत थी, इसलिए उसका जो वजन बढ़ा वो अतिरिक्त फायदा पहुंचाने वाला नहीं था, बल्कि रिकवरी प्रोसेस का हिस्सा था। 
  • विनेश के पक्ष में ये भी दलील दी गई कि खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी ज्यादा थी और पहले दिन व्यस्त शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन कम करने का पूरा समय नहीं मिला। 
  • विनेश के मामले में कोई धोखाधड़ी जैसी बात नहीं। पहले सारे मुकाबले अपनी वेट कैटेगरी में सही से लड़ने और फाइनल के लिए अयोग्य देने से विनेश को सिल्वर मेडल से महरूम नहीं करना चाहिए। 

विनेश के अयोग्य घोषित होने के बाद, क्यूबा की गुज़मैन लोपेज़ (जिन्हें विनेश ने अपने सेमीफाइनल में हराया था) ने स्वर्ण पदक के लिए हुए मुकाबले में उनकी जगह ली, जिसे यूएसए की सारा हिल्डेब्रांट ने जीता। विनेश की अपील है कि उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए।