Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक में जुझारू प्रदर्शन के बाद विनेश फोगाट भारत लौट आईं। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका शानदार स्वागत किया गया। वतन वापसी करते ही विनेश भावुक हो गईं। विनेश की आंखों से आंसू छलक उठें। विनेश का स्वागत करने पूर्व रेसलर बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित बड़ी संख्या में लोग एयरपोर्ट पर पहुंचे। विनेश पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने से एक कदम दूर रह गई। 100 अधिक वजन होने के चलते उन्हें कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया।
विनेश फोगाट ने कहा- देशवासियों का बहुत-बहुत धन्यवाद, मैं बहुत भाग्यशाली हूं।
विनेश का स्वागत करने पहुंचीं साक्षी मलिक ने कहा- विनेश ने देश के लिए जो किया, वो बहुत कम लोग ही कर पाते हैं। मैं चाहती हूं कि विनेश को ज्यादा से ज्यादा मान-सम्मान मिले। भारत सरकार ने मेडल दिलाने में उसे मदद की।
#WATCH | Wrestler Vinesh Phogat arrives at Delhi's IGI Airport from Paris after the Olympics.
— ANI (@ANI) August 17, 2024
Congress MP Deepender Hooda and others welcome her at the airport. pic.twitter.com/7BbY2j5Zv0
इससे पहले विनेश फोगाट ने पहली बार खुलकर अपनी बात कही। शुक्रवार शाम विनेश ने अपने एक्स अकाउंट से 3 पेज का पोस्ट शेयर किया। इसमें उन्होंने पेरिस ओलंपिक के अपने सफर को याद करते हुए अफसोस जताया। विनेश की CAS में की गई अपील भी खारिज हो गई। इसके बाद उन्हें सिल्वर मेडल मिलने की उम्मीद भी टूट गईं। विनेश ने अपने लेटर में भावुक कर देने वाली कुछ बातें लिखीं है।
#WATCH | Indian wrestler Vinesh Phogat breaks down as she arrives at Delhi's IGI Airport from Paris after participating in the #Olympics2024Paris. pic.twitter.com/ec73PQn7jG
— ANI (@ANI) August 17, 2024
गोल्ड जीतने का सपना अधूरा
विनेश फोगाट ने पत्र में लिखा कि मैं देश और परिवार के लिए पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना चाहती थीं, लेकिन वो अधूरा रह गया। ये कमी मुझे जीवनभर खलेगी।
विनेश की आगे खेलने की इच्छा
भले ही विनेश फोगाट ने संन्यास ले लिया, लेकिन उनके अंदर कुश्ती हमेशा जिंदा रहेगी। विनेश ने कहा- मुझे नहीं पता भविष्य में क्या होगा।
हार नहीं मानी
विनेश फोगाट फाइनल से पहले 50 किलोग्राम वर्ग में महज 100 अधिक वजन होने के चलते अयोग्य घोषित हो गईं। विनेश ने 6 और 7 अगस्त को याद करते हुए कहा कि मैंने हिम्मत नहीं हारी और कोशिश करती रही, लेकिन वक्त ठहर गया, मेरी किस्मत ही खराब थी।
सच्चाई के लिए लड़ती रहूंगीं
विनेश फोगाट ने कहा कि मैं सच्चाई के लिए हमेशा लड़ती रहूंगी। मुझे जो सही लगता है, उस पर भरोसा करती हूं। मैं पेरिस ओलंपिक में भारत का झंडा लहराना चाहती थी। दिल्ली में हुए पहलवानों के आंदोलन को लेकर विनेश फोगाट ने कहा कि मैं महिलाओं और भारतीय तिरंगे की गरिमा के लिए लड़ी।
आज देश लौटेंगी विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने CAS (कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स) में सिल्वर मेडल की अपील की थी, लेकिन वह खारिज हो गई। इसके बाद विनेश आज देश लौटेंगी। देश वापसी पर उनका जोरदार स्वागत किया जाएगा।