Team India Super-8 Challenges: आईसीसी मेंस टी20 विश्व कप 2024 का ग्रुप स्टेज खत्म हो गया है। अब सुपर-8 राउंड के मुकाबले 19 जून से खेले जाएंगे। भारत का पहला मैच 20 जून को अफगानिस्तान से है। भारत को इसके बाद बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया से भी दो-दो हाथ करना है। हालांकि, सुपर-8 का इम्तिहान पास होने के लिए भारत को अपनी 3 परेशानी का हल ढूंढना होगा। वर्ना खिताब का सपना दूर की कौड़ी साबित होगा।
जीतने पर सारी परेशानियां दबी रह जाती हैं और टीम इंडिया के सामने ग्रुप स्टेज में ऐसा ही हुआ है। लेकिन, अब गलती की गुंजाइश नहीं है। ऐसे में रोहित शर्मा एंड कंपनी को जीत के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ेगा। भारत के लिए परेशानी की बात ये है कि कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जो ग्रुप स्टेज में हर मैच में उतरे लेकिन या तो उन्हें खेलने का पूरा मौका नहीं मिला या उनके फॉर्म ने दगा दे दिया। ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं विराट कोहली।
विराट का फॉर्म चिंता बढ़ाने वाला
आईपीएल 2024 में ओपनिंग करते हुए ऑरेंज कैप जीतने वाले विराट कोहली ग्रुप स्टेज में नाकाम रहे। उन्होंने रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत की। लेकिन, तीनों ही मैच में नाकाम रहे। 3 पारियों में कोहली ने सिर्फ 5 रन बनाए। अमेरिका के खिलाफ तो वो खाता भी नहीं खोल पाए और पाकिस्तान के खिलाफ 4 रन ही जुड़े। इसके बाद से ही विराट की बैटिंग पोजीशन को लेकर सवाल हो रहे हैं और य़े बात हो रही है कि विराट को अपनी पुरानी 3 नंबर की पोजीशन पर ही खेलना चाहिए।
विराट ने तीन नंबर पर ही सबसे अधिक टी20 खेले हैं। उन्होंने 83 मैच में 3076 रन बनाए हैं। यानी आंकड़े भी यही गवाही दे रहे कि विराट को तीन नंबर पर खेलना चाहिए। ओपनिंग करते हुए कोहली टी20 विश्व कप में सिर्फ 10 गेंद ही खेल पाए हैं।
रवींद्र जडेजा का फीका प्रदर्शन
जडेजा टीम इंडिया के नंबर-1 ऑलराउंडर हैं। लेकिन, टी20 विश्व कप के ग्रुप स्टेज में वो न तो गेंद और न ही बल्ले से कुछ खास कर पाए। जडेजा तीनों ही मैच में प्लेइंग-11 का हिस्सा थे। लेकिन, उनका खाता तक नहीं खुला। उन्हें एक ही पारी में बैटिंग का मौका मिला। उन्होंने 2 मैच में गेंदबाजी भी की। लेकिन, 3 ओवर फेंकने के बावजूद उनके हाथ खाली रहे। ऐसे में जडेजा को लेकर टीम मैनेजमेंट को कोई निर्णय लेना होगा।
क्योंकि जडेजा और अक्षर पटेल एक जैसे गेंदबाज और खिलाड़ी हैं। ऐसे में इन दोनों में से किसी एक को बाहर करके कुलदीप यादव के रूप में एक धाकड़ स्पिनर को टीम से जोड़ा सकता है क्योंकि सुपर-8 के मैच वेस्टइंडीज में खेले जाने हैं, जहां के विकेट स्पिन गेंदबाजों को काफी मदद कर रहे।
कप्तान-उपकप्तान को दिखाना होगा दम
रोहित शर्मा का आयरलैंड के खिलाफ अर्धशतक छोड़ दें तो बाकी दो मैच में वो फ्लॉप रहे। हार्दिक पंड्या ने गेंदबाजी जरूरी अच्छी की है। लेकिन, बल्लेबाजी में उन्हें बहुत मौके नहीं मिले। पाकिस्तान के खिलाफ वो नाकाम रहे थे। बाकी दो मैच में उनकी बल्लेबाजी नहीं आई। पंड्या ने ग्रुप स्टेज में 3 मैच में 7 विकेट लिए थे। यानी अब कप्तान और उपकप्तान दोनों को एक और एक ग्यारह की तर्ज पर विरोधी टीम पर बरसना होगा।