Virat Kohli, Aaryavir Sehwag: इन दिनों क्रिकेट से दूर विराट कोहली एक बार फिर चर्चा में हैं। वह भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज का हिस्सा नहीं हैं। इस बीच उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। वीडियो में वह वीरेंद्र सहवाग के बेटे आर्यवीर सहवाग से बातचीत करते नजर आ रहे हैं। इस बातचीत के दौरान कोहली ने स्कूल से जुड़े कई खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में वह क्रिकेट के अलावा और कौन से खेल खेलते थे। अगर वह क्रिकेटर नहीं होते तो कौन सा खेल खेल रहे होते। स्टार स्पोर्ट्स ने यह वीडियो शेयर किया है।
इंटरव्यू की शुरुआत में विराट कोहली बताते हैं कि एक बार मैच के दौरान मैंने डाइव मारी थी और मेरी पैंट उतर गई थी। इस दौरान सब लोग मुझ पर काफी हंसे थे। इस पर आर्यवीर सहवाग कहते हैं कि यह तो बहुत सारे क्रिकेटर्स के साथ हुआ है। मेरे साथ भी ऐसा हो चुका है। इसके बाद आर्यवीर सहवाग विराट कोहली से सवाल पूछते हैं।
प्रश्न: आपकी उम्र क्या था जब अपने क्रिकेट खेलना शुरू किया?
उत्तर: मुझे याद नहीं है। जब से मुझे याद है, तब से मैं खेल ही रहा हूं। शायद 4 साल की उम्र में मैंने खेलना शुरू किया था।
प्रश्न: स्कूल दिनों का कोई यादगार मैच जो आपको याद हो?
उत्तर: दिल्ली में पहले राजेश पीटर टूर्नामेंट होता था। उसमें मैं अकेडमी की ओर से पहली बार खेल रहा था। उस टूर्नामेंट के एक प्रमुख मैच में मैने नाबाद 90 रन बनाए थे। उस टाइम मैं नंबर 4 पर बल्लेबाजी करता था। उस मैच में हमारे 1-2 विकेट बचे थे और जीत के लिए कुछ रन चाहिए थे, तो मैंने बना दिए थे।
प्रश्न: कौन सा खाना है जो पहले पसंद नहीं था और अब आपको क्या खाना पसंद है?
उत्तर: पहले तो करेला छोड़कर मुझे सब पसंद था। बाद में मुझे वजन कम करना था तो मैंने सब छोड़ दिया। अभी मैं घर जाता हूं तो मेरा फेवरेट है राजमा-चावल।
प्रश्न: स्कूल के दिनों में आपको कौन से खेल पसंद थे?
उत्तर: स्कूल में क्रिकेट के अलावा मैं बास्केटबॉल बहुत खेलता था। फुटबॉल तो सबको पसंद होती है। मैं बैडमिंटन भी खेला था और बॉलीवॉल भी खेलता था।
प्रश्न: अगर आप क्रिकेटर नहीं बनते तो कौन सा खेल खेलते?
उत्तर: अगर मैं क्रिकेटर नहीं बनता तो मैं या तो फुटबॉल में जाता या बैडमिंटन खेल रहा होता। मुझे यह दोनों स्पोर्ट्स बहुत पसंद हैं।
प्रश्न: बचपन में आपका आदर्श कौन था?
उत्तर: बचपन से ही मेरे रोल मॉडल सचिन तेंदुलकर थे। इसके अलावा राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग और वीवीएस लक्ष्मण से मुझे काफी प्रेरणा मिलती थी। मैंने सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी देखकर क्रिकेट खेलने का सोचा।
प्रश्न: डेब्यू मैच में आपका स्कोर क्या था?
उत्तर: उस मैच में मैंने शायद 8 रन बनाए थे। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या हो रहा है। जिंदगी में मैंने पहली बार ओपनिंग की थी। मैच एक दिन पहले आपके पापा (वीरेंद्र सहवाग) चोटिल हो गए थे, तो मुझे बोला गया ओपनिंग करने के लिए, मैंने बोला मुझे तो बस खेलना है।
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