नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवानों की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं। विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफाई होने के बाद एक और रेसलर अंतिम पंघाल की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंतिम, उनकी बहन और सपोर्ट स्टाफ को पेरिस से गुरुवार को डिपोर्ट किया जा सकता है। दरअसल, अंतिम ने खेलगांव से अपना सामान वापस लाने के लिए अपना ऑफिशियल कार्ड अपनी छोटी बहन को दे दिया था। जब वो सामान लेकर वापस लौट रहीं थीं तो उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया था और इसके बाद अंतिम और उनकी बहन को स्थानीय पुलिस स्टेशन ले जाया गया। जहां दोनों के बयान दर्ज हुए।
आईओए ने एक बयान में कहा, "भारतीय ओलंपिक संघ ने पहलवान अंतिम और उसके सहयोगी स्टाफ को वापस भेजने का फैसला किया है, क्योंकि फ्रांसीसी अधिकारियों ने अनुशासनात्मक उल्लंघन की बात आईओए के संज्ञान में लाई है।"
इसके अलावा, अंतिम पंघाल के सहयोगी स्टाफ - कोच भगत सिंह और विकास -भी एक विवाद में उलझ गए हैं। सूत्रों के अनुसार, इन दोनों ने बुधवार शाम को विलेज से अपने होटल के लिए एक कैब ली। होटल पहुंचने पर, उन्होंने कैब ड्राइवर को पैसे देने से इनकार कर दिया और परिसर के अंदर भागने से पहले उसके साथ दुर्व्यवहार किया। सूत्रों ने बताया कि कैब ड्राइवर ने भी घटना के बाद पुलिस से संपर्क किया था।
अंतिम ने बुधवार को 53 किलोग्राम भार वर्ग में ओलंपिक में पदार्पण किया - जो विनेश फोगट की पसंदीदा वेट कैटेगरी थी। भारत की पदक की संभावनाओं में से एक मानी जाने वाली अंतिम को ज़ेनेप येटगिल के खिलाफ़ एकतरफा पहले दौर के मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था।